प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने पहुंचे। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने संसद की गरिमा को बढ़ाया है। राष्ट्रपति ने हमारा मार्गदर्शन किया। हमने विकसित संकल्प भारत को दोहराया। पीएम मोदी ने आगे कहा कि विपक्ष द्वारा लगातार झूठ बोलने के बावजूद वो चुनाव में हार गए।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा,”विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है। ये अपने आप में लोकतांत्रिक विश्व के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है।”
भ्रष्टाचार को लेकर हमारी जीरो टॉलरेंस नीति: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उन्हें घोर पराजय का सामना करना पड़ा।
प्रधानमंत्री ने जैसी ही अपने संबोधन की शुरुआत की वैसी ही विपक्षी नेताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामों के बीच पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने हमारी 10 साल की सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड देखा है। हमने जनसेवा ही ईश्वर सेवा को मंत्र बनाकर काम किया। देश ने भ्रष्टाचार को लेकर हमारी जो जीरो टॉलरेंस नीति है, उसके लिए आशीर्वाद दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व में भारत का गौरव हो रहा है। दुनिया में साख बढ़ी है। भारत को देखने का गौरवपूर्ण नजरिया भी हर भारतवासी अनुभव कर रहा है। हमारा एकमात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट है। भारत सर्वप्रथम है। हमारी हर नीति, हर निर्णय, हर कार्य का एक ही तराजू रहा है- भारत प्रथम।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत प्रथम की भावना के साथ जो जरूरी रिफॉर्म थे, उनको भी लगातार जारी रखा है। 10 साल में हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को लेकर के सबका कल्याण करने का प्रयास करती रही है।
देश ने लंबे समय तक तुष्टिकरण की राजनीति देखी: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि इस देश ने लंबे अरसे तक तुष्टिकरण की राजनीति भी देखी और तुष्टिकरण की गवर्नेंस का मॉडल भी देखा। देश ने पहली बार सेक्यूलरिज्म का एक पूरा, हमने तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण के विचार को लेकर चले हैं। जब हम संतुष्टिकरण की बात करते हैं तो इसका मतलब है कि आखिरी व्यक्ति तक लाभ पहुंचे