बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ व्यापार और संपर्क सहित विविध क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए व्यापक बातचीत की। लोकसभा चुनाव के बाद भारत में नई सरकार के गठन के बाद, किसी विदेशी नेता की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा,‘‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता से पहले हैदराबाद हाउस में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का गर्मजोशी से स्वागत किया।”
उन्होंने कहा, ‘‘ दोनों नेता 2019 से दस बार मुलाकात कर चुके हैं, जिससे रिश्तों में अभूतपूर्व बदलाव आया है।” बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री के साथ वार्ता से पहले हसीना का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मोदी-हसीना वार्ता का मुख्य उद्देश्य व्यापार, संपर्क और ऊर्जा के क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों को नई गति प्रदान करना है। हसीना भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के उन सात शीर्ष नेताओं में शामिल थीं, जो नौ जून को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। पिछले कुछ वर्षों में भारत और बांग्लादेश के बीच समग्र सामरिक संबंध तेजी से बढ़े हैं।
भारत और बांग्लादेश ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर वार्ता शुरू करने पर सहमति जताई और समग्र संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिपत्र तैयार किया। ल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बांग्लादेश, भारत का सबसे बड़ा विकास साझेदार है और नयी दिल्ली उसके साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। उन्होंने हसीना की मौजूदगी में कहा कि भारत-बांग्लादेश के बीच नए क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक भविष्योन्मुखी दृष्टिपत्र तैयार किया गया है। दोनों पक्षों ने डिजिटल क्षेत्र, समुद्री क्षेत्र और रेलवे कनेक्टिविटी सहित अन्य क्षेत्रों में संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
मोदी और हसीना की बीच वार्ता के बाद भारत और बांग्लादेश ने ‘‘हरित साझेदारी” के लिए साझा दृष्टिपत्र को अंतिम रूप दिया। समुद्री सहयोग और समुद्री अर्थव्यवस्था पर समझौते को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मीडिया को जारी अपने बयान में मोदी ने कहा कि दोनों पक्ष आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत शुरू करने को सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी व्यापक चर्चा हुई।