इजरायल और हमालस के बीच जारी जंग में हजारों की संख्या में आम लोगों की जान जा रही है। दुनियाभर से इस हिंसा को रोकने के लिए आवाजें उठ रही हैं। इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला-II से बात की है। दोनों नेताओं ने बातचीत में आतंकवाद, हिंसा और नागरिक जीवन के नुकसान के बारे में चिंताएं साझा की हैं।
ठोस प्रयासों की आवश्यकता
पीएम मोदी ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला-II से हुई बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की है। पीएम ने कहा कि जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय से बात की। पश्चिम एशिया क्षेत्र के विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया। हम आतंकवाद, हिंसा और नागरिक जीवन के नुकसान के बारे में चिंताओं को साझा करते हैं। सुरक्षा और मानवीय स्थिति के शीघ्र समाधान के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है।
अब तक इतने लोगों की मौत
हमास की ओर से इजरायल में किए गए आतंकी हमले और सामूहिक नरसंहार में 1400 से अधिक लोगों की जान गई है। इसके बाद इजरायल ने गाजा पर भारी बमबारी की है। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि कम से कम 5,087 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 15,270 घायल हुए हैं। मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि इजरायल के हवाई हमलों में पिछले 24 घंटों में 700 से ज्यादा लोगों की जान गई है।
यूएन में भारत ने रखा पक्ष
यूएन में भारतीय उप स्थाई प्रतिनिधि रवींद्र ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि ‘भारत इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और बड़े पैमाने पर नागरिक जीवन के नुकसान को लेकर काफी चिंतित है।’ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीनी सहित मिडिल ईस्ट की स्थिति पर खुली बहस में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रवींद्र ने यह बयान दिया। उन्होंने इस जंग में इजरायल का खुले तौर पर समर्थन भी किया और फिलिस्तीनियों के प्रति चिंता भी जाहिर की। यूएन में भारत ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए आतंकी हमले के लिए हमास की कड़ी निंदा की।