जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत आए सऊदी अरब के युवराज (वली अहद) मोहम्मद बिन सलमान पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। जी-20 के बाद भी वह एक दिन भारत में ही रुकेंगे। सऊदी अरब के प्रिंस तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर शनिवार को यहां पहुंचे हैं। अपने भारत प्रवास के दौरान वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान रणनीतिक साझेदारी परिषद की नेतृत्व स्तर की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। सलमान सऊदी अरब के प्रधानमंत्री भी हैं।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि राजकीय यात्रा के लिए सोमवार को भी सलमान का भारत प्रवास होगा। मोहम्मद बिन सलमान के आगमन पर हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनका स्वागत किया था। इससे पहले वह फरवरी, 2019 में राजकीय यात्रा पर भारत आए थे और यह उनकी दूसरी राजकीय यात्रा है। उनके साथ मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों सहित एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। यह यात्रा अक्टूबर, 2019 में प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब यात्रा के बाद हुई है। प्रधानमंत्री मोदी की उस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने एक द्विपक्षीय तंत्र ‘रणनीतिक साझेदारी परिषद’ की स्थापना की थी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे सलमान
सऊदी अरब के प्रिंस सलमान 11 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे और दोनों नेता रणनीतिक साझेदारी परिषद की नेतृत्व स्तर की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। वे रणनीतिक साझेदारी परिषद की दो मंत्रिस्तरीय समितियों यानी राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग समिति तथा अर्थव्यवस्था और निवेश सहयोग समिति के तहत हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और सलमान राजनीतिक, सुरक्षा, रक्षा, व्यापार और आर्थिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
भारत और सऊदी अरब के संबंधों को मिलेगी और मजबूती
पीएम मोदी और मो. बिन सलमान परस्पर हितों से जुड़े क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। भारत और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। वर्ष 2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार 52.75 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है जबकि सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र में भी मजबूत साझेदारी है। सऊदी अरब में लगभग 24 लाख भारतीय रहते हैं। सऊदी अरब हर साल 1,75,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को हज यात्रा की सुविधा भी प्रदान करता है। दोनों नेता भारत और सऊदी अरब के संबंधों को और मजबूत बनाएंगे।