बिहार विधानसभा चुनाव के पहले केंद्र सरकार ने बिहार को एक और बड़ी सौगात दे दी है। मखाने के बाद अब बिहार के मैथिली भाषा को केंद्र की और बड़ा सम्मान दिया गया है। आज का दिन बिहार के लिए अहम माना जा रहा है। दरअसल, सदन में बजट सत्र चल रहा है। सत्र के दौरान आज एक अहम फैसला लिया गया। केंद्र ने मैथिली भाषा को सदन के भाषणों के ट्रांसलेट में शामिल कर दिया है। पहले इसमें 22 भाषा शामिल था वहीं आज 6 और भाषा को जोड़ा गया है। जिसमें से एक मैथिली भाषा भी है।
आसान शब्दों में समझाए तो पीएम मोदी ने मैथिली भाषा को बड़ा उपहार किया है। सदन में अगर सांसद हिन्दी, अंग्रेजी या किसी अन्य भाषा में अपनी बातों को रख रहे हैं तो आप उसे ट्रांसलेट कर मैथिली में सुन सकते हैं। पहले इस सूची में हिन्दी, अंग्रेजी सहित 22 भाषाएं शामिल थी वहीं आज 6 अन्य भाषाओं को शामिल किया गया है। जिसके बाद अब सदन के भाषण को आम लोग 28 भाषाओं में सुन सकेंगे।