प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा के अल अहली अस्पताल पर हुए हमले पर दु:ख जताते हुए कहा है कि जो भी इस मामले में गुनहगार है, उनको बख्शा नहीं जाए. मंगलवार (17 अक्टूबर 2023) को गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हुए हवाई हमले में करीब 500 नागरिकों की मौत हुई है.
सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की मौत से गहरा दु:ख हुआ है. मृतकों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है और हम घायलों के जल्द ही स्वस्थ्य होने की प्रार्थना कर रहे हैं. इस युद्ध में आम नागरिकों की मौत होना गंभीर चिंता का विषय है. इस हमले के पीछे जो लोग जिम्मेदार हैं, उनको बख्शा नहीं जाना चाहिए.”
क्या है पूरा मामला?
इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है. दोनों के बीच लड़ाई हो रही है. इजरायल गाजा पर हवाई हमले कर रहा है और उसकी जमीनी सेनाओं ने भी उत्तरी गाजा पर हमला बोल दिया है और वहां रहने वाले लोगों से उस जगह को खाली करने का आदेश दिया है. उन्होंने इसी बीच यहां पर स्थित इस अस्पताल को खाली करने की चेतावनी जारी की थी.
मंगलवार देर रात को इस अस्पताल पर हवाई हमला होता है और फलस्तीन के हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक यहां रहने वाले 500 लोगों की मौत की खबर आती है. इसके बाद से यह आरोप लग रहे हैं कि इजरायल ने अस्पताल पर हमला करके यहां पर रहने वाले आम नागरिकों की हत्या कर दी.
यूएन ने की आलोचना
संयुक्त राष्ट्र, इसके शीर्ष नेताओं और एजेंसियों ने गाजा के एक अस्पताल पर हुए हमले में कई नागरिकों की मौत को लेकर गहरा दुख जताया और घटना की कड़ी निंदा की. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘गाजा में आज एक अस्पताल पर हुए हमले में सैकड़ों फलस्तीनियों की मौत से मैं अत्यंत दुखी और व्यथित हूं, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं. अस्पताल और चिकित्साकर्मियों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत संरक्षण प्राप्त होता है.’