प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को यूक्रेन यात्रा के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की को भारत आने का निमंत्रण दिया है। जयशंकर ने यूक्रेन को भारत द्वारा दी गई मानवीय सहायता के बारे में भी बात की। रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी के संदेश पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि भारत का मानना है कि दोनों पक्षों को समाधान खोजने के लिए एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
यूक्रेन की राजधानी कीव में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा, “1992 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन की यात्रा पर आए है और ऐसे अवसर पर इस तरह का निमंत्रण देना स्वाभाविक है, जैसा उन्होंने इस मामले में किया।इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि अपनी सुविधा के अनुसार राष्ट्रपति जेलेंस्की भारत का दौरा करेंगे।”
विदेश मंत्री जयशंकर ने यूक्रेन को भारत द्वारा प्रदान की गई मानवीय सहायता के बारे में भी बात की और कहा, “अतीत में, हम यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान करते रहे हैं, और मुझे लगता है कि, अब तक यूक्रेन को 17 खेपें पहुंचाई गई हैं, जो मुख्य रूप से चिकित्सा संबंधी हैं।”
उन्होंने मीडिया को बताया कि भारत ने यूक्रेन को चिकित्सा सहायता के भीष्म (BHISHM) क्यूब सौंपे। इनमें चिकित्सा सहायता उपकरण हैं जो बहुत प्रभावी, कॉम्पैक्ट और कई तरीकों से इस्तेमाल किए जा सकने वाले हैं। कुल 22 टन वजन वाले ये क्यूब आज सौंपे गए।
वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी के संदेश पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि भारत का मानना है कि दोनों पक्षों को समाधान खोजने के लिए एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमर ज़ेलेंस्की से मरिंस्की पैलेस में द्विपक्षीय वार्ता के लिए मुलाकात की।