अल्फाबेट और गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेक नेताओं को जमीनी स्तर पर महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है। पीएम मोदी के इस विजन से प्रेरित होकर, गूगल न केवल भारत में एआई में एक मजबूत निवेश कर रहा है, बल्कि देश में और अधिक पूंजी लगाने की भी उम्मीद कर रहा है।
न्यूयॉर्क में पीएम मोदी के साथ सीईओ की गोलमेज बैठक में सुंदर पिचाई ने कहा कि वह ‘डिजिटल इंडिया’ विजन के साथ देश को बदलने पर प्रधानमंत्री के फोकस से काफी प्रभावित हुए हैं।
सुंदर पिचाई ने कहा, “पीएम मोदी ने हमें भारत में निर्माण और डिजाइन जारी रखने के लिए प्रेरित किया है। हमें अब भारत में अपने पिक्सेल फोन का निर्माण करने पर गर्व है। पीएम मोदी सचमुच में इस बारे में सोच रहे है कि एआई से भारत के लोगों को फायदा हो।”
भारतीय मूल के टेक नेता के अनुसार, पीएम मोदी ने उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बुनियादी ढांचे, डेटा सेंटर, बिजली और ऊर्जा आदि में एप्लीकेशन बनाने के बारे में सोचने के लिए चुनौती दी है, ताकि भारत विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ सके।
गूगल के सीईओ ने कहा, “हम भारत में एआई में मजबूती से निवेश कर रहे हैं और हम और भी ज्यादा निवेश करने के लिए तत्पर हैं। हमने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, कृषि और स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्र और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में कई कार्यक्रम निर्धारित किए हैं। प्रौद्योगिकी (टेक) दिग्गज भारत में और अधिक निवेश करने का इरादा रखता है।”
पिचाई ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा हम सभी को भारत के लिए और अधिक करने को कहा है। अब, वह हमसे एआई के साथ भी ऐसा ही करने के लिए कह रहे हैं। वे एआई की क्षमता को समझते हैं और जानते हैं कि यह तकनीक लोगों के जीवन में कैसे सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है। इसके लिए उनके पास स्पष्ट दृष्टिकोण (विजन) है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में भारतीय समुदाय की एक रैली में भारत को एक तकनीकी शक्ति बनाने का अपना विजन प्रस्तुत किया। इसके बाद, उन्होंने शीर्ष तकनीकी और बायो साइंस (जैव विज्ञान) नेताओं से मुलाकात की। चिप डिजाइन और विनिर्माण, आईटी और जैव विज्ञान क्षेत्रों के 15 सीईओ के साथ बैठक के बाद, पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें ‘भारत के प्रति अपार आशावाद देखकर खुशी हुई’।
इस बीच, पिचाई ने 120 मिलियन डॉलर के ‘ग्लोबल एआई ऑपर्च्युनिटी फंड’ की घोषणा की। इसका मकसद है कि एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एजुकेशन और ट्रेनिंग, दुनिया भर के समुदायों में उपलब्ध कराया जाए।