पीएम मोदी ने देश की पहली हेली एम्बुलेंस सेवा “संजीवनी” का किया शुभारंभ, AIIMS ऋषिकेश करेगा संचालित

20241030 011725

धनवंतरि जयंती एवं आयुर्वेद दिवस के अवसर पर एम्स ऋषिकेश की ओर से संचालित की जाने वाली देश की पहली हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा “संजीवनी” का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वर्चुअली शुभारंभ किया। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में चिकित्सा सेवाओं में हेलीकॉप्टर का प्रयोग बहुत लाभकारी और प्रभावशाली होगा। इस अवसर पर केंद्रीय उद्यान राज्यमंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने कहा कि उत्तराखंड के एम्स ऋषिकेश में शुरू हुई हेली एम्बुलेंस सेवा प्रदेश वासियों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का प्रयास रहा है कि एक जान और एक क्षण, यह दोनों ही बहुत कीमती है। इन दोनों को मिलाकर ही इस हेली एम्बुलेंस की शुरुआत की है।

इस माैके पर एम्स ऋषिकेश सभागार के मेन ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा केंद्रीय उद्यान राज्यमंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, राज्य स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत माैजूद थे।

हेली एम्बुलेंस सेवा प्रदेश वासियों के लिए वरदान साबित होगी

इस अवसर पर केंद्रीय उद्यान राज्यमंत्री नायडू ने कहा कि उत्तराखंड के एम्स ऋषिकेश में शुरू हुई हेली एम्बुलेंस सेवा प्रदेश वासियों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का प्रयास रहा है कि एक जान और एक क्षण, यह दोनों ही बहुत कीमती है। इन दोनों को मिलाकर ही इस हेली एम्बुलेंस की शुरुआत की है। उन्हाेंने कहा कि हार्ट अटैक या फिर सड़क दुर्घटना हो या कोई गंभीर मामला हो तो हेली एम्बुलेंस सेवा के जरिए मरीज का तुरंत और प्रभावी उपचार उपलब्ध करा सकते हैं। इसमें गंभीर रोगी की जान बचाने की जो संभावना है, वह हम शत प्रतिशत बढ़ा सकते हैं।

यह एक अद्भुत पहल है, जो स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाएगी

केंद्रीय उद्यान राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के एक साै किलोमीटर के क्षेत्र के प्रत्येक गांव और प्रत्येक परिवार को इस मेडिकल सेवा की जानकारी भी पूरी तरह से प्रचार भी करना चाहिए। हेली एम्बुलेंस में जाने वाली डॉक्टर की टीम हर सिचुएशन के हिसाब से बदला जाएगा ताकि मरीज को जो जरूरत रहेगी। उसके मुताबिक मदद भी उनको मिल सके। यह एक अद्भुत पहल है, जो स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाएगी। चिकित्सा सेवाओं में हेलीकॉप्टर का प्रयोग खासकर देश के पहाड़ी राज्यों में काफी प्रभावशाली होने वाला है।

उत्तराखंड आपदा प्रभावित क्षेत्र

इस संबंध में डाॅ. मधुर उनियाल ने बताया कि उत्तराखंड आपदा प्रभावित क्षेत्र है। केदारनाथ आपदा के बाद पहाड़ों पर होने वाली दुर्घटनाओं पर रिसर्च किया गया। इसके उपरांत दूरदराज क्षेत्र में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए एम्बुलेंस के स्थान पर हेली एम्बुलेंस सेवा प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया गया।

वहीं, एम्स की निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विश्वास मंत्र के साथ‌ अब उत्तराखंड की जनता को स्वास्थ्य के क्षेत्र में हेली सेवा का लाभ मिलेगा।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.