भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “…जब देश संविधान के 25 वर्ष पूरे कर रहा था उसी समय हमारे संविधान को नोच दिया गया, आपातकाल लाया गया. संवैधानिक व्यवस्थाओं को समाप्त कर दिया गया, देश को जेल खाना बना दिया गया, नागरिकों के अधिकारों को लूट लिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताला लगा दिया गया, कांग्रेस के माथे पर यह जो पाप है वह धूलने वाला नहीं है…”
इससे पहले सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्ष के कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के बीच तीखी बहस हुई. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और महुआ मोइत्रा समेत अन्य नेताओं ने इसपर अपने विचार रखे.