प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार (31 अगस्त) को दोपहर साढ़े 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 3 वंदे भारत रेलगाड़ियों को रवाना करेंगे। प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत के विज़न को साकार करते हुए, अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस तीन मार्गों- मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु और चेन्नई-नागरकोइल पर कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी।
उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में कनेक्टिविटी को बढ़ावा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी एक एक बयान के अनुसार, पीएम मोदी 31 अगस्त को तीन वंदे भारत रेलगाड़ियों को रवाना करेंगे। ये रेलगाड़ियां उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। इसके अलावा नई वंदे भारत रेलगाड़ियां यात्रियों को विश्व स्तरीय सेवाएं प्रदान करेंगी, यात्रा के समय को कम करेंगी और पर्यटन को बढ़ावा देंगी।
समय की होगी बचत
आपको बता दें, ये वंदे भारत रेलगाड़ियां वर्तमान में तीव्र गति से चल रही गाड़ियों की तुलना में यात्रा समय को कम करेंगी। मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत से लगभग 1 घंटा, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से 2 घंटे और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से यात्रा समय में डेढ़ घंटे की बचत होगी।
लोगों को मिलेगी यात्रा करने के लिए विश्व स्तरीय सेवा
ये नई वंदे भारत रेलगाड़ियां क्षेत्र के लोगों को तीव्रगति और सुविधा के साथ यात्रा करने के लिए विश्व स्तरीय सेवा प्रदान करेंगी। साथ ही 3 राज्यों- उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक के लोगों की लंबी समय से चल रही मांग को पूरा करेंगी। इन वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की शुरुआत नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदाय की जरूरतों को पूरा करने के लिए रेल सेवा के एक नए मानक का शुभारंभ करेगी।