प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से कांग्रेस नेता अंबानी-अडानी पर अचानक चुप क्यों हो गए। पांच साल तक कांग्रेस नेता एक ही राग अलापते रहे। जब उनका राफेल मुद्दा शांत हो गया तो उन्होंने नया राग छेड़ दिया। पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति। धीरे-धीरे उन्होंने अंबानी-अडानी कहना शुरू कर दिया। लेकिन जब से चुनाव की घोषणा हुई है उन्होंने अंबानी और अडानी को गाली देना बंद कर दिया।
पीएम ने कहा कि लोगों को गुप्त समझौते की बू आ रही है
पीएम ने कहा कि आज मैं तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं कि आपने अंबानी, अडानी से कितना पैसा लिया है? आपने रातों-रात अंबानी और अडानी को गाली देना क्यों बंद कर दिया? कुछ तो दाल में काला है। आपने पांच साल तक उद्योगपतियों को गाली दी लेकिन अचानक चुप हो गए। लोगों को गुप्त समझौते की बू आ रही है।
राहुल गांधी अडानी का नाम लेकर पीएम पर साधते रहे हैं निशाना
बता दें कि राहुल गांधी बार-बार नरेंद्र मोदी सरकार पर शीर्ष उद्योगपतियों का पक्ष लेने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा है कि जहां भाजपा सरकार ने 22 भारतीयों को “अरबपति” बनाया है, वहीं कांग्रेस का लक्ष्य सत्ता में आने पर करोड़ों लोगों को “लखपति” बनाना है। राहुल गांधी अडानी का नाम लेकर केद्र सरकार और पीएम मोदी को निशाना बनाते रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया जवाब
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि देश में तीन चरणों के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुर्सी ‘डगमगा रही है’ और उन्होंने अपने ही ‘मित्रों’ पर हमला शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि यह चुनाव परिणामों के ‘असली रुझान’ को दर्शाता है। खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा…! तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के वास्तविक रुझान हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना में एक रैली में कहा था कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उसने ‘अंबानी-अडानी’ मुद्दा उठाना क्यों बंद कर दिया है मोदी ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरु करते थे।