नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे दो दिवसीय G20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन युद्ध को लेकर फिर दुनिया के लिए बड़ा संदेश दिया है। पूरी दुनिया को पीएम मोदी से उम्मीद थी कि वह यूक्रेन युद्ध पर कुछ न कुछ जरूर बोलेंगे। लिहाजा अपने अंदाज के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन युद्ध पर गहरी चिंता जाहिर की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन युद्ध ने दुनिया में विश्वास की कमी को गहरा कर दिया है और भारत पूरी दुनिया से इसे एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है।
पीएम मोदी ने यहां ‘भारत मंडपम’ में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की शुरुआत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि 21वीं सदी दुनिया को नयी दिशा देने का समय है। उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है, जब पुरानी चुनौतियां हमसे नये समाधान चाहती हैं और इसीलिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरी करने के वास्ते मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘कोविड-19 के बाद दुनिया में विश्वास की कमी का बड़ा संकट पैदा हो गया है। युद्ध ने भरोसे की इस कमी को और गहरा कर दिया है।
यह साथ मिलकर चलने का वक्त
इससे पहले भी पीएम मोदी ने कजाकिस्तान के शिखर सम्मेलन में वर्ष 2022 में कहा था कि यह युग युद्ध का नहीं है। उस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की द्विपक्षीय वार्ता भी हुई थी। पीएम मोदी के उस बयान को दुनिया भर में सराहा गया था। अब प्रधानमंत्री ने यह कहकर एक बार फिर पूरे विश्व को यूक्रेन संकट का समाधान निकालने पर मजबूर कर दियाा है कि युद्ध के चलते विश्वास की कमी गहरी हो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि यदि हम कोविड-19 को हरा सकते हैं, तो हम विश्वास में कमी के इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है। यह साथ मिलकर चलने का समय है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत में लोगों का जी20 बन गया है और 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।