युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत होते देश की तस्वीर दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह दावा भी किया कि पिछली सरकार ने दस साल में जितनी नौकरियां दी थीं, उससे डेढ़ गुणा अधिक सरकारी नौकरियां दस वर्ष में भाजपा सरकार ने दी हैं। अपनी सरकार में भर्ती पक्रिया की पादर्शिता पर मुहर लगाने के साथ ही पीएम मोदी ने पूर्ववर्ती सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में नौकरी के लिए विज्ञापन जारी होने से लेकर नियुक्ति पत्र देने तकबहुत लंबा समय लग जाता था। इस देरी का फायदा उठाकर उस दौरान रिश्वत का खेल भी जमकर होता था।
सरकारी भर्ती पूरी तरह पारदर्शी
देशभर में 47 स्थानों पर आयोजित प्रधानमंत्री रोजगार मेलों का वर्चुअल शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी ने किया। सोमवार को इस 12वें रोजगार मेले में नियुक्ति पत्र पाने वाले एक लाख से अधिक युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को भारत सरकार में नौकरी देने का अभियान लगातार तेज गति से चल रहा है।
हमने भारत सरकार में भर्ती की प्रक्रिया को अब पूरी तरह पारदर्शी बना दिया है। इतना ही नहीं, सरकार का बहुत जोर है कि भर्ती प्रक्रिया एक तय समय के भीतर पूरी कर ली जाए। इससे हर युवा को अपनी योग्यता साबित करने का समान अवसर मिलने लगा है। आज हर युवा के मन में विश्वास है कि वह कड़ी मेहनत और अपनी प्रतिभा के दम पर अपनी जगह बना सकता है।
पिछली सरकार से डेढ़ गुणा ज्यादा नौकरियां दी
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के बाद से ही हमारा प्रयास रहा है कि नौजवानों को भारत सरकार के साथ जोड़कर उन्हें राष्ट्र निर्माण का सहभागी बनाएं। पहले की सरकार ने अपने 10 साल में जितनी सरकारी नौकरियां दी थीं, उससे लगभग डेढ़ गुना ज्यादा सरकारी नौकरियां भाजपा की सरकार ने अपने 10 साल में दी हैं। उन्होंने दिल्ली में इंटीग्रेटेड ट्रेनिंग कॉम्प्लेक्स का भी वर्चुअल शिलान्यास करते हुए उसके महत्व पर प्रकाश डाला। विश्वास जताया कि नए ट्रेनिंग कॉम्प्लेक्स से कैपिसिटी बिल्डिंग की हमारी पहल को और मजबूती मिलेगी।
युवाओं के लिए नए-नए सेक्टर खुले
सरकारी नौकरियों के साथ ही प्रधानमंत्री ने युवाओं को यह भी बताया कि नए क्षेत्रों में रोजगार-स्वरोजगार के नए रास्ते खोलने के लिए क्या-क्या कदम सरकार ने उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आज सरकार के प्रयासों से देश में युवाओं के लिए नए-नए सेक्टर खुल रहे हैं। इन सेक्टरों में जो नए अभियान सरकार ने शुरू किए हैं, उसकी वजह से रोजगार-स्वरोजगार के ऐसे अनेक नए मौके बन रहे हैं।
एक योजना के अनेक लाभ
इस बजट में एक करोड़ परिवारों के लिए रूफटॉप सोलर पावर स्कीम की घोषणा की गई है। अब छत पर सोलर पैनल लगाने वालों को दोहरा फायदा होगा। उनका बिजली बिल शून्य होगा और जो अतिरिक्त बिजली वह पैदा करेंगे, उससे आय भी होगी। रूफटॉप सोलर की इतनी बड़ी योजना से देश में रोजगार के भी लाखों नए अवसर बनेंगे। कोई सोलर पैनल का काम करेगा, कोई बैटरी से जुड़े बिजनेस में जाएगा, कोई वायरिंग का काम संभालेगा। यह एक योजना अनेक स्तर पर रोजगार के मौके बनाएगी।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सेक्टर
स्टार्टअप का महत्व समझाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप ईकोसिस्टम है। देश में स्टार्टअप्स की संख्या अब सवा लाख के आसपास पहुंच रही है। इनमें बड़ी संख्या में स्टार्टअप छोटे-छोटे टीयर-2, टीयर-3 ऐसे शहरों में हो रहे हैं, जो जिला केंद्र भी नहीं हैं। इन स्टार्टअप में युवाओं के लिए लाखों रोजगार बन रहे हैं। इस बार के बजट में स्टार्टअप को मिलने वाली टैक्स छूट को आगे बढ़ाने का भी ऐलान किया गया है। इसका बड़ा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। बजट में रिसर्च और इनोवेशन पर एक लाख करोड़ रुपये का नया फंड बनाने की घोषणा की गई है।
योग्यता साबित करने का समान अवसर मिला
पीएम मोदी ने रेलवे में रोजगार-सुधार, पर्यटन, आधारभूत संरचना विकास और कनेक्टिविटी मजबूत करने जैसी उपलब्धियां गिनाने के साथ ही यह भी याद दिलाया कि पिछले कुछ वर्षों में पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती प्रक्रिया में सुधार किया गया है। इस वर्ष जनवरी से हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 भाषाओं में लिखित परीक्षा लेने का फैसला लागू हो चुका है। इससे लाखों प्रतिभागियों को अपनी योग्यता साबित करने का समान अवसर मिला है। बार्डर पर स्थित जिलों और उग्रवाद प्रभावित जिले का कोटा भी बढ़ाया गया है।
मोदी सरकार में रोजगार आठ लाख के पार
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री रोजगार मेलों के जरिए दस लाख नौकरियां देने का वादा किया था। पहला रोजगार मेला 22 अक्टूबर, 2022 को आयोजित किया और लोकसभा चुनाव की दहलीज पर खड़ी सरकार ने सोमवार को 12वां रोजगार मेला आयोजित किया। इनके माध्यम से अब तक आठ लाख से अधिक नियुक्ति पत्र बांटे जा चुके हैं।