लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (15 अप्रैल) को न्यूज एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने राजनीति में उत्तर-दक्षिण भारत के बंटवारे को लेकर खुलकर अपनी राय रखी. तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के अन्य राज्यों के नेताओं के बयानों पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत बहुरत्ना वसुंधरा है और विविधताओं से भरा हुआ देश है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को टुकड़ों में देखना भारत के प्रति नासमझी का परिणाम है. उन्होंने कहा कि अगर यही भाव होता तो आप हिंदुस्तान में देखें प्रभु राम के नाम से जुड़े हुए गांव सबसे ज्यादा कहां है? तो वह तमिलनाडु में हैं.
‘भारत की विविधता है’
इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि इतने सारे गांव के नाम हैं, उसमें राम तो होगा ही होगा. अब आप इसको कैसे अलग कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ये भारत की विविधता है. पंजाबी जैसा होगा, वैसा नागालैंड का शख्स नहीं होगा.
गुजराती जैसा होगा, वैसा कश्मीर का व्यक्ति नहीं होगा. उन्होंने कहा कि विविधता ही हमारी शक्ति है, हमें इसका उत्सव मनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत के गुलदस्ते में सभी का अपना फूल दिखाई दे, ये भावना होनी चाहिए.
सनातन विरोधी बयानों पर क्यो बोले पीएम मोदी?
इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने तमिलनाडु की DMK पार्टी के नेताओं के सनातन विरोधी बयानों पर भी निशाना साधा. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, ”सवाल कांग्रेस से है कि उनकी क्या मजबूरी है. सनातन के खिलाफ जहर उगलने वालों के साथ तुम क्यों बैठे हो? क्या तुम्हारी राजनीति अधूरी रह जाएगी क्या?”
उन्होंने कहा, ”DMK का तो जन्म शायद इस नफरत के कारण हुआ होगा. धीरे-धीरे उनके नफरत के खेल को लोग स्वीकार नहीं कर रहे हैं. इसलिए वो नए-नए तौर तरीके अपना कर बोल रहे हैं. ऐसे में सवाल उनसे नहीं है कांग्रेस से है कि क्या कांग्रेस ने अपना मूल कैरेक्टर गवां दिया है क्या?”