सिवान के AIMIM जिलाअध्यक्ष हत्याकांड पर पुलिस का खुलासा, जेल से रची गई मर्डर की साजिश, दो गिरफ्तार

बिहार के सिवान जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां ओवैसी के पार्टी के नेता आरिफ जमाल हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. आरिफ की हत्या का तार सीवान जेल से जुड़ा मिला है. सिवान जेल में बंद कुख्यात रिशू पांडेय के इशारे पर यह हत्या की गई थी. इस हमले में दो अपराधी गिरफ्तार हुए हैं।

पुलिस की विशेष टीम ने की छापेमारी

दरअसल, 25 दिसंबर को समय 11:30 बजे दिन में गुप्त सूचना मिली की नगर थाना क्षेत्र के आनंद नगर मोहल्ले में उमेश पाठक के मकान में दो संदिग्ध व्यक्ति रुके हुए हैं. सूचना के सत्यापन आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन करते हुए उमेश पाठक के मकान पर छापेमारी की।

दोनों की हुई पहचान

छापेमारी के क्रम में दोनों अपराधी पुलिस को देखकर भागने लगे, जिसमें दोनों अपराधी को पकड़ लिया गया. पूछताछ के बाद अपराधियों ने अपना नाम असाओं थाना क्षेत्र निवासी राजन मिश्रा उर्फ अर्चित मिश्रा बताया है. वहीं, दूसरे ने अपना नाम चांदपुर एमएच नगर थाना क्षेत्र निवासी रोहित यादव उर्फ लाडला बताया है।

जिले के टॉप 10 लिस्ट में शामिल है दोनों

बता दें कि इन अपराधियों के पास से पिस्टल, गोलियां, मोबाइल एवं 1 किलो चरस बरामद हुआ है. इस पूरे मामले पर सिवान एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने प्रेस वार्ता का जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह कुख्यात अपराधी जिले के टॉप 10 लिस्ट में शामिल हैं. जो जेल में बंद एक अपराधी के इशारे पर सीवान के तीन जगह गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया हैं।

क्या-क्या हुआ बरामद

सीवान के एआई एमआई एम नेता आरिफ जमाल की हत्या के बाद पुलिस पर सवालिया निशान उठने लगे थे. पुलिस एक्शन में आई और 24 घंटे के अंदर गोली चलाने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से देसी पिस्तौल, 6 जिंदा गोली,1 किलो चरस, मोबाइल दो और 1660 रुपया नगद बरामद किया गया है।

पूर्व में दर्जनो कांड में है वांछित

सीवान एआइएमआइएम नेता आरिफ जमाल की हत्या के बाद जिन दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनपर पहले से भी दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह कई केस में वंचित भी थे. यहीं नहीं पिछले 22 तारीख को सिवान ग्लास हाउस और एमएम कॉलोनी में एक घर पर भी इन्ही लोगों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया था. वही कुख्याय रिशू पांडेय के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया गया था।