श्रद्धालुओं पर पथराव मामले में नप गये थानाध्यक्ष, दरभंगा SSP ने किया निलंबित

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जहां दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना के बाद लौट रहे श्रद्धालुओं पर पथराव की घटना को अंजाम दिया गया था. इस मामले में दरभंगा एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वहीं उन्हें मुख्यालय पुलिस केन्द्र, दरभंगा बनाया गया है.

एसएसपी की बड़ी कार्रवाई: एसएसपी ने सोमवार को कहा कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से इस घटना की जांच कराई गई है. जांच रिपोर्ट जो मिली है इसमें यह बात प्रकाश में आई कि इस घटना में बीते 14-15 मार्च को होली के दौरान पछियारी में ही दो पक्षों के बीच झड़प हुई थी. हालांकि उस घटना पर थानाध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी. इसलिए पछियारी में इन दोनों घटनाओं के लिए कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष को दोषी पाया गए हैं.

“पूरे मामले को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से इस घटना की जांच कराई गई, जिसमें पाया गया कि बीते 14-15 मार्च को होली के दौरान पछियारी में ही दो पक्षों के बीच झड़प हुई थी. वहीं इस घटना पर थानाध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसकी वजह से दोनों घटनाओं के लिए कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष को दोषी पाया गया है.”-जगुनाथ रेड्डी, दरभंगा एसएसपी

घटना में छह लोग हुए गिरफ्तार: इस पूरे प्रकलन में सोमवार को पुलिस ने थाने में प्राथमिकी दर्ज की है. दर्ज प्राथमिकी में अनि मानव शंकर के आवेदन में महिला सहित 45 लोगों को नामजद किया गया है. इनमें से पुलिस ने छह लोगों को अभी तक गिरफ्तार कर लिया है. अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार एफआईआर में नामजद मो. अलाउद्दीन, मो. हबीब, मो. सहमत, लालो यादव, शंकर यादव और गांगो यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं दरभंगा ग्रामीण एसपी आलोक कुमार के अनुसार, इस विवाद की शुरुआत एक धार्मिक आयोजन के दौरान हुई है.

“धार्मिक कार्यक्रम के दौरान एक मुर्गे को मारने को लेकर दोनों समुदायों में कहासुनी हो गई, जो धीरे-धीरे बढ़ते हुए मारपीट और फिर पथराव में बदल गई.”आलोक कुमार, ग्रामीण एसपी, दरभंगा

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