राजस्थान में दुष्कर्म के एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान पुलिस के जवान का है जो दौसा के सिकंदरा थाने तैनात है लेकिन इसे पुलिस चौकी गीजगढ़ पर पदस्थापित किया हुआ है। इसने 30 साल की एक विवाहिता के साथ स्वतंत्रता दिवस की रात को रेप किया। जब पीड़िता चिल्लाई तो आसपास के लोग एकत्रित हो गए। महिला के साथ दुष्कर्म करते हुए रंगे हाथों पकड़ कर पुलिसकर्मी की लोगों ने धुनाई भी की है। गांव वालों ने पुलिसकर्मी को ऐसा सबक सिखाया है जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
गोली मारने की धमकी देकर किया रेप
आरोपी पुलिसकर्मी का नाम महेश गुर्जर है जो कि सोडाला बासड़ा का रहने वाला है। विवाहिता ने सिकंदरा थाने में तैनात महेश गुर्जर के खिलाफ बसवा पुलिस थाने में रेप का केस दर्ज कराया। महिला ने मामला दर्ज कराया कि 15 अगस्त की रात को उसकी सास और पति एक बर्थडे पार्टी में चले गए थे। पीड़िता घर पर अकेली सो रही थी। रात करीब 1:30 बजे एक व्यक्ति उसकी चारपाई पर आकर सो गया। महिला की नींद खुलने पर जब वह चिल्लाने लगी तो उस व्यक्ति ने उसका मुंह बंद कर दिया और कहा कि वह राजस्थान पुलिस में काम करता है, शोर शराब किया तो गोली मार देगा। वह महिला को अकेले देख घर में घुसा था।
महिला के रोने की आवाज आई तो गांव वालों ने पकड़ा
उस व्यक्ति ने जबरदस्ती दुष्कर्म किया तो महिला के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए। उन्होंने पुलिसकर्मी को चारपाई पर बांधकर जमकर धुनाई की। इसके कुछ देर बाद पीड़िता के पति और सास भी घर पर आ गए। मौके पर लोगों ने पुलिस को बुलाकर उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इधर, 16 अगस्त को इस मामले में पीड़िता ने आरोपी पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी थी, जिसके बाद 17 अगस्त को बसवा थाने में धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। लेकिन सवाल यह है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर सुरक्षा की उम्मीद किससे की जाए? फिलहाल पुलिस पूरे मामले में जांच कर रही है।