सोशल मीडिया पर आज कल रील्स का दौर चल रहा है, इस दौर में लोग नाम और शौहरत पाने के लिए या यूं कहें कि समाज में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए रील्स का सहारा लेते हैं लेकिन अब इन्हीं रील्स के दौर में आम लोगों के साथ सरकारी कामकाज में लगे विभागीय लोग में अपनी पहचान बनाने में जुट गए हैं। ऐसी ही कुछ पहचान बनाने की चाह में यूपी पुलिस में कार्यरत एक महिला पुलिसकर्मी को रील्स बनाना भारी पड़ गया। महिला पुलिसकर्मी को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। गौर करने वाली बात ये है कि इस मामले में महिला पुलिस कर्मी ने 2 दिन पहले ही पुलिस सेवा में वापसी की थी।
पहले सेवा से दिया था त्यागपत्र, सिफारिश के बाद मिली थी नौकरी
आपको बता दें कि यूपी के आगरा जिले में बीते दिनों वायरल हुई रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा को दोबारा 2 दिन पहले नौकरी मिल गई थी। इस मामले में लिपिक जितेंद्र ने इससे जुड़े तथ्य छिपाकर पुलिस सेवा में दोबारा से वापसी का आदेश पारित करा लिया था। इस पूरे मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस आयुक्त ने लिपिक को निलंबित कर दिया। पुलिस सेवा में वापसी का आदेश भी निरस्त कर दिया।
लिपिक ने बिना जांच के 18 अक्टूबर को सेवा वापसी का आदेश कराया था पारित
पुलिस आयुक्त डाॅ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि प्रियंका मिश्रा ने त्यागपत्र देने बाद प्रार्थनापत्र देकर अपनी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने और जीवन यापन में कठिनाई का सामना करने की बात कहते हुए सेवा में पुन: वापसी का निवेदन किया था। इस मामले को लेकर सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय को जांच सौंपी गई, जिसमें प्रकरण में संयुक्त निदेशक, अभियोजन से कानूनी राय ली। इसके बाद मामले में त्यागपत्र के पश्चात सेवा में लेने से संबंधित नियमावली और आदेशों के लिए समस्त पत्रावली को पुलिस मुख्यालय भेजा जाना चाहिए था, जिसके बाद ही आगे के आदेश पारित कराया जाना था। लेकिन उससे पहले ही गड़बड़ी करते हुए लिपिक ने ऐसा नहीं किया। मामले से जुड़े तथ्यों को संज्ञान में लाए बिना ही महिला सिपाही को दोबारा से सेवा वापसी के लिए बीते 18 अक्तूबर को आदेश पारित करा लिया।
लिपिक को किया सस्पेंड, महिला सिपाही का सेवा वापसी का आदेश निरस्त
मामले को संज्ञान लेते हुए अधीक्षक की ओर से लिपिक को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को मामले की जांच दी गई है। इतना ही नहीं, 2 दिन पहले ज्वाइनिंग करने वाली महिला आरक्षी को पुन: सेवा लेने का आदेश भी अधिकारी की ओर से निरस्त कर दिया गया है। आपको बता दें कि मूलत: कानपुर की रहने वाली प्रियंका मिश्रा साल 2020 में पुलिस विभाग में सिपाही बनी थीं, जिसके बाद उन्हें यूपी के झांसी में प्रशिक्षण के बाद साल 2021 में आगरा भेजा गया और थाना एमएम गेट में महिला हेल्प डेस्क पर तैनाती दी गई। ड्यूटी के दौरान उन्होंने इंस्टाग्राम पर रिवाल्वर हाथ में लेकर रील बनाई थी, जिसके चलते उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था। इतना ही नहीं, ड्यूटी पर रहते हुए रील बनाने पर कई लोगों ने सवाल उठाए थे।