सियासी चर्चाओं के बीच आज (3 जनवरी) का दिन हेमंत सरकार के लिए अहम माना जा रहा है. गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफा के बाद सत्तारुढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने सरकार के सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में विधायक दल के नए नेता का चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है. हेमंत सोरेन के स्थान पर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को राज्य के नए मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरो पर है. कहा जा रहा है कि बैठक के बाद नए नेता चुने जाने की जानकारी राजभवन को बुधवार को ही देर शाम तक दे दी जायेगी. हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह स्पष्ट किया है कि उनकी पत्नी चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि यह मह बीजेपी को कोरी कल्पना है।
सियासी बयानों का दौर जारी
सियासी बयानों के बीच बुधवार का दिन झारखंड के लिए अहम माना जा रहा है. इधर भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारुढ दल के द्वारा विधायकों की बुलाई गई बैठक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि हेमंत सरकार का अंत नजदीक है, मगर जिस तरह से हेमंत सोरेन की जगह उनके द्वारा पत्नी कल्पना सोरेन को विधायक दल के नेता बनाये जाने की चर्चा है उससे साफ लगता है कि इनकी मंशा क्या है. इधर कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी मंशा पूरी नहीं होगी. इस सरकार को शुरू से ही और अस्थिर करने की साजिश भारतीय जनता पार्टी के द्वारा रची जाती रही है. ऑपरेशन लोटस को हम लोगों ने पहले ही विफल किया है, आगे भी यह सरकार विपक्ष की साजिश को नाकाम करते हुए अपना कार्यकाल पूरा करेगी. बुधवार को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें गठबंधन दलों के सभी विधायक मौजूद रहेंगे. इस बैठक में राज्य के विकास के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी. बहरहाल सियासी बयानों के बीच बुधवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है।