बिहार की नई एनडीए सरकार को आगामी 12 फरवरी को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करना है। सदन में फ्लोर टेस्ट को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। एक तरफ जहां संभावित खेला को लेकर बीजेपी और जेडीयू अलर्ट हैं तो मांझी ने अपने विधायकों को व्हिप जारी कर दिया है। उधर, फ्लोर टेस्ट को लेकर तेजस्वी यादव ने विधायक दल की बैठक बुला ली है।
दरअसल, नीतीश सरकार की अग्निपरीक्षा का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। नई सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले सत्तापक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। कांग्रेस ने अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया है तो वहीं बीजेपी के विधायक प्रशिक्षण शिविर के बहाने दो दिनों तक बोधगया के प्रवास पर रहेंगे।वहीं जेडीयू ने भी अपने विधायकों को भोज और विधानमंडल दल की बैठक के बहाने पटना तलब कर लिया है। जेडीयू के विधायक भी दो दिनों तक नीतीश की निगरानी में रहेंगे।
चार विधायकों के बल पर बिहार की सत्ता में शामिल हुई हम भी फ्लोर टेस्ट को लेकर पूरी तरह से एक्टिव हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने अपने सभी विधायकों को 12 फरवरी को सदन में रहने को कहा है। इसको लेकर हम ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है। मांझी ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि वे कुर्सी की लालच में किसी के साथ घोखा नहीं कर सकते हैं। वे और उनकी पार्टी मजबूती से सरकार के साथ सरकार के साथ खड़ी है।
उधर, फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में बड़े खेल की बात कहने वाले तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी आवास पर विधायक दल की बैठक बुला ली है। कहा जा रहा है कि इस बैठक में आरजेडी चीफ लालू प्रसाद विधायकों को गुरुमंत्र दे सकते हैं। आरजेडी के विधायकों की शनिवार को 3 बजे से तेजस्वी यादव के आवास पर मीटिंग होगी। अगले दो दिनों तक सभी आरजेडी विधायक पटना में ही रहेंगे। बैठक में आने वाले नेताओं के लिए भोज की भी व्यवस्था की गई है। लालू प्रसाद भी बैठक को संबोधित करेंगे और विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान पार्टी की रणनीति की जानकारी देंगे।