बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में भारी कटौती की गई है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के नये फरमान के बाद स्कूलों की छुट्टियों में कटौती की गई है। इस साल दीपावली से छठ तक विभिन्न पर्व और त्योहारों में छुट्टियों की संख्या घटाकर आधी कर दी गई है लिहाजा अब इस मुद्दे पर सियासत शुरू हो गयी है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नीतीश सरकार जानबूझकर शिक्षकों को परेशान कर रही है। विद्यालयों में बेंच नहीं है..शिक्षक नहीं है लेकिन इस तरफ शिक्षा विभाग का ध्यान नहीं जाता है। उन्होंने नीतीश कुमार से अपील करते हुए कहा है कि नीतीश जी. आप शिक्षा विभाग की मनमामी पर रोक लगाइए।
नीतीश सरकार पर बरसते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आप शिक्षा विभाग को कहां ले जाना चाहते हैं। चरवाहा विद्यालय की तरफ क्यों लौटाना चाहते हैं। आप अपने सचिव के माध्यम से शिक्षकों को हतोत्साहित कर रहे हैं और क़ानून के शिकंजे में लाकर उसकी आवाज़ को क्यों दबाना चाहते हैं? सभी सरकारी कर्मियों की छुट्टियां क्यों न रद्द हो, सिर्फ शिक्षकों की छुट्टियां ही क्यों रद्द हो? आप क्या संदेश देना चाहते हैं।
गौरतलब है कि बिहार के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 31 अगस्त को रक्षाबंधन की छुट्टी घोषित थी, जिसमें अब बदलाव किया गया है। शिक्षा विभाग ने मंगलवार की शाम को अभी से लेकर दिसंबर तक स्कूलों की छुट्टी में कटौती का आदेश जारी किया है। अभी से दिसंबर तक दीपावली-छठ समेत विभिन्न पर्व-त्योहारों पर स्कूलों में 23 छुट्टियां थीं, जिन्हें घटाकर 11 कर दिया गया है।