जीतन राम मांझी के बयान पर गरमाई सियासत, महागठबंधन ने किया ये बड़ा सवाल
पटना: बीते दिनों बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंत्रिमंडल को बर्खास्त कर जनगणना के आधार पर मंत्री बनाने की बात की थी. जिसके बाद बिहार की सियासत गर्मा गई है. बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. जिसका समर्थन अब BJP ने भी किया है. पार्टी के विधायक लखेंद्र पासवान ने कहा कि जिसकी जितनी भागीदारी उतनी ही हिस्सेदारी होनी चाहिए. साथ ही साथ लखेंद्र पासवान ने कहा कि ऐसे में जो 14 पर्सेंट वाली आरजेडी है. उनके मंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए और जातीय आधार पर मंत्रिमंडल बनना चाहिए।
वहीं, उन्होंने कैलाशपति मिश्र के 100 वि जयंती पर कहा कि जो पार्टियां सवाल खड़ा कर रही हैं वह करते रहें, BJP कभी भी परिवारवाद की राजनीति नहीं करती है. कैलाशपति मिश्र को कई राज्यों का राज्यपाल बनाया गया, हमने उन्हें इतनी इज्जत दी, हमारे पार्टी के वह भीष्म पितामह हैं. उन्होंने कहा कि हमने खुशी से उनकी जयंती मनाई है और आगे भी मनाएंगे जिनको जो बोलना है बोलते रहे, हमें फर्क नहीं पड़ता है।
JDU MLC नीरज कुमार ने कहा कि हमने पंचायती राज में महिलाओं और पुरुषों को आरक्षण दिया. हमने हर वर्ग के लोगों का साथ दिया, हमने हर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाया है. हम केवल पिछड़े और अतिपिछड़े की राजनीति नहीं करते हैं. सब को साथ लेकर चलते हैं. नीतीश कुमार ने तो दशरथ मांझी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था. खुद जीतन राम मांझी को भी मुख्यमंत्री उन्होंने ने बनाया था।
वहीं, BJP के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कैलाशपति मिश्र को राज्यपाल बनाकर कौनसा एहसान कर दिया है. वह तो खुद BJP के वेश में पितामह के तौर पर माने जाते हैं. उन्होंने अपने पितामह के लिए क्या किया. उनके प्रतिमा को क्या BJP के किसी भी कार्यालय में लगाया गया, परिवारवाद की बात BJP करती है तो जरा बताए कि कैलाशपति मिश्र के नाम पर उन्होंने आज तक किया ही क्या है।
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