जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के किसी भी वक्तव्य को आप देखेंगे तो वह मंच पर खड़े होकर अपने अफसरों की खिल्ली उड़ाते हैं। वो राष्ट्रपति के सामने खड़े होकर जो वक्तव्य दे रहे हैं, जिसमें उन्होंने भाजपा वालों को कहा कि आप सब मेरे दोस्त ही हैं। इस पर काफी विवाद भी हुआ। आप उस भाषण को सुनिए, राष्ट्रपति के सामने एक औपचारिक कार्यक्रम में जिस तरह से वह भाषण दे रहे हैं उससे ऐसा लग रहा है कि वह अपने घर में भूजा खाते हुए लोगों से बात कर रहे हैं। कहीं न कहीं ये उनकी उम्र का असर है और कहीं थोड़ा बहुत अहंकार भी है।
बिहार में कीजिए सुधार
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि किसी भी कार्यक्रम में किसी भी बात को सीरियस न लेते हुए हल्के में उड़ा देना। नीतीश कुमार का तकिया कलाम है कि अरे इसको कुछ आता है। अरे भाई! किसी को कुछ नहीं आता है, आपको तो आता है। आप इस राज्य के मुखिया हैं, आप इसे सुधारिए। अगर आप ही को सब कुछ आता है, तो बिहार सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य क्यों है।
जो राजा सलाह नहीं लेता उसका पतन निश्चित
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं है। बहुत समझदार-होशियार हैं इसमें भी कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, वो बिहार के एकमात्र पढ़े-लिखे व्यक्ति नहीं हैं। बिहार में हजारों लोग उनसे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। उनसे ज्यादा समझदार हो सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि जो भी राजा की कुर्सी पर बैठता हैं, “ऐसा शास्त्रों से पता चलता है कि जो राजा लोगों से विचार-विमर्श और सलाह लेना छोड़ देता है, उसका पतन निश्चित है।” जब आप उस कुर्सी पर बैठते हैं, तो आपको किसी से पूछना चाहिए, बात करनी चाहिए। नीतीश कुमार में आज जो परेशानी है कि उन्होंने बातचीत करना, सलाह लेना छोड़ दिया है। उन्हें ऐसा लगता है कि उन्हीं को सबकुछ आता है।