समस्तीपुर में सीएम नीतीश कुमार की विपक्षी बैठक पर निशाना साधा. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगले चुनाव में मोदी, लालू, नीतीश, कांग्रेस में से किसी पर भरोसा मत कीजिए. मैं बिहार की जनता से गुजारिश करता हूं कि आप इन पार्टियों के चक्कर में न पड़कर अपनी सरकार यानी कि जनता की सरकार बनाइए. इससे ही आपका विकास होगा. आज नीतीश कुमार का हाल अंधों में काना राजा जैसा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आज नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं? इस पर ज्यादा बोलने का कोई मतलब नहीं है. आज से पांच साल पहले इसी भूमिका में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू थे, जिस भूमिका में आज नीतीश कुमार आने का प्रयास कर रहे हैं. आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू उस समय बहुमत की सरकार चल रहे थे, जबकि नीतीश कुमार तो 42 विधायकों के साथ आज लंगड़ी सरकार चला रहे हैं. चंद्रबाबू नायडू उस दौर में पूरे देश का दौरा करके विपक्ष को एकजुट कर रहे थे. इसका नतीजा ये हुआ कि आंध्र प्रदेश में उनके सांसद घटकर तीन हो गए, सिर्फ 23 विधायक जीते और वह प्रदेश की सत्ता से ही बाहर हो गए।
प्रशांत किशोर ने कहा कि कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए. नीतीश कुमार का खुद का ठिकाना नहीं है. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि आज आरजेडी पार्टी के बिहार में जीरो एमपी हैं और वो देश का प्रधानमंत्री तय कर रही है, जिस पार्टी का खुद का ठिकाना नहीं है वो देश की दूसरी पार्टियों को इकट्ठा कर रही है. हाल ही में नीतीश कुमार के हुए पश्चिम बंगाल दौरे की पोल खोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार से ये पूछना चाहिए कि क्या ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ काम करने को तैयार हैं?