जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को समस्तीपुर में एनडीए में शामिल होने पर चिराग पासवान को लेकर कहा कि ये घटना कोई नई बात नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा , जीतन राम मांझी और चिराग पासवान 2014 और 2015 में बीजेपी के साथ थे. इन दलों ने साथ में मिलकर चुनाव भी लड़ा. सबके पास ये अवसर है कि वो अपने साथ दूसरे दलों को जोड़ें और बिहार की राजनीति की ये सच्चाई रही है. ये नई घटना नहीं हो रही है. छोटे दल ये देखते हैं कि हमें एक सीट कहां मिल जाएगी कि हमारा व्यक्तिगत स्वार्थ कहां पूरा हो जाएगा?
प्रशांत किशोर ने कहा कि जीतन राम मांझी की अगर पार्टी है, तो वो ये देख रहे हैं कि हमें एक सीट कहां मिल जाएगी? महागठबंधन से मिल जाएगी, तो वह महागठबंधन में रहे. बीजेपी से मिल जाएगी, तो बीजेपी में चले जाएंगे. यही हाल उपेंद्र कुशवाहा का भी है, जिसने भी उनको दो टिकट दे दिया, वह उसी साइड चले जाएंगे. लोजपा पार्टी भी दो धड़ों में है, कौन रहता है, क्या होता है ये उनका इंटरनल मैटर है और भारतीय लोकतंत्र की राजनीति में सामान्य बात है. चुनावी राजनीति में ये सब होते रहता है, इसे बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लेता हूं।
बता दें कि प्रशांत किशोर इन दनों समस्तीपुर में हैं, वे 242 दिनों से पदयात्रा कर रहे हैं. मंगलवार को वे विभूतिपुर प्रखंड में थे, जहां चार गांव तरुणियां, मोहम्मदपुर सकड़ा, मुस्तफापुर, टभका में पदयात्रा कर ग्रामीणों को संबोधित किया।