साइबर अपराध रोकने की तैयारी;बैंकों के फोन छह अंकों वाले नंबर से आएंगे
पटना। बिहार सहित देशभर में बैंकों से कॉल या संदेश 6 अंकों वाले नंबर से ही आएंगे। भारतीय रिजर्व बैंक बैंक ग्राहकों को साइबर धोखाधड़ी से बचाने के लिए नयी पहल कर रहा है। वर्तमान में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक सहित विभिन्न बैंकों के अपने-अपने नंबर हैं, जिनसे ग्राहकों को फोन कॉल या मैसेज भेजे जाते हैं।
इन नंबरों का साइबर फ्रॉड फायदा उठाने की कोशिश करते हैं और ग्राहकों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा करते हैं। बैंकिंग सूत्रों की मानें तो 6 अंकों के नंबर के निर्धारण से इसके दुरुपयोग पर रोक लगेगी। बैंकों के ग्राहक वास्तविक कॉल नंबर को पहचान सकेंगे। रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देश पर सभी बैंकों में इसकी पहल की जाएगी।
जानकारी के अनुसार हाल ही में अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए विशेष रूप से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर लेन-देन की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का निर्णय हुआ है। ऐसे में यूपीआई के बढ़ते इस्तेमाल एवं उसके माध्यम से लेन-देन को संभालने की सुविधा के साथ ही बढ़ते फ्रॉड को नियंत्रित करने की दिशा में रिजर्व बैंक कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।
साइबर ठगी से निपटेंगे बिहार पुलिस के कमांडो
पटना। साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई को लेकर बिहार पुलिस को न सिर्फ साधन संपन्न बनाया जा रहा है बल्कि इस क्षेत्र में आनेवाली चुनौतियों से मुकाबले के लिए तैयार भी किया जाएगा।
गृह मंत्रालय के निर्देश पर बिहार पुलिस ने साइबर कमांडो विंग बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें चयनित होनेवाले पुलिसकर्मी साइबर कमांडो कहलाएंगे।
साइबर अपराध के खतरों से निपटने और साइबर स्पेस में अनुसंधान के मद्देनजर साइबर कमांडो विंग की स्थापना की जा रही है।
गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर ने इसकी पहल की है। इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने साइबर कमांडो के लिए सभी जिलों के वरीय पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों के नाम भेजने को कहा है। इसमें किसी भी पंक्ति के पुलिस अफसर या जवान शामिल हो सकते हैं। पर उन्हें आईटी क्षेत्र की जानकारी और उसका अनुभव होना चाहिए।
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