सुपौल में पीठासीन अधिकारी की मौत, इलेक्शन ड्यूटी के दौरान पड़ा दिल का दौरा

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बिहार के सुपौल में बूथ नंबर 154 पर पीठासीन अधिकारी की मौत हो गई. सिविल सर्जन डॉ. ललन कुमार ठाकुर ने मतदान कर्मी की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन जानकारी मिली है कि रात में उनको हार्ट अटैक आया था. मृतक शैलेंद्र कुमार पीआरएलएन + 2 हाई स्कूल रतनपुर में शिक्षक थे, जिनको लोकसभा चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी के तौर पर तैनात किया गया था।

सुपौल में पीठासीन अधिकारी की मौत: बताया जाता है कि सरायगढ़ के चांदपीपुर पंचायत के मनरेगा भवन केंद्र संख्या 154 पर तृतीय मतदान कर्मी शैलेंद्र 5 बजे सवेरे में मतदान केंद्र पर टहलने के दौरान अचानक गिरकर बेहोश हो गये, जिन्हें आनन-फानन में मतदान कर्मियों द्वारा इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़ भपटियाही लाया गया. जहां डॉक्टर एस के सत्या ने मतदान कर्मी शैलेंद्र कुमार को मृत घोषित कर दिया।

”निर्मली विधानसभा के सरायरंजन के मतदान केंद्र संख्या 154 पर मतदान के शुरू होने के बाद पीठासीन अधिकारी शैलेंद्र कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मृतक पीआरएलएन हाई स्कूल (रतनपुर) में बतौर शिक्षक पदस्थापित थे. सुपौल डीएम के निर्देश पर शैलेंद्र कुमार के स्थान पर दूसरे पीठासीन अधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.” – पुलिस अधिकारी

सुपौल में मतदान: सुपौल लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्र में 71 हजार 284 मतदाता पहली बार लोकसभा चुनाव में वोट डालेंगे. इसमें 36 हजार 349 युवा व 32 हजार 736 युवती शामिल हैं. सुपौल लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा यादव मतदाताओं की तादाद है. इसके बाद मुस्लिम वोटर्स की संख्या हैं. इसके बाद अतिपछड़ा में केवट, धानुक, मल्लाह जाति के मतदाता हैं. इसके बाद दलित वोटरों की संख्या है. वैश्य व सवर्ण जाति के मतदाता समकक्ष हैं।

https://x.com/bihar_police/status/1787700036526100921

सुपौल में सीधा मुकाबला: इस बार लोकसभा चुनाव में एनडीए बनाम इंडी गठबंधन का दिलचस्प मुकाबला होने के आसार हैं. एनडीए से जदयू के निर्वतमान सांसद दिलेश्वर कामत चुनावी मैदान में हैं, जो अतिपिछड़ा वर्ग से आते हैं. वहीं इंडिया गठबंधन से सिहेंश्वर के राजद विधायक चंद्रहास चौपाल मैदान में हैं, जो दलित समाज से आते हैं. इसके अलावे निर्दलीय कैंडिडेट बैजनाथ महतो इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

Sumit ZaaDav

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