बिहार के बगहा में हिट एंड रन कानून के खिलाफ विरोध में बस और ट्रक चालकों का ऑटो चालक भी साथ दे रहे हैं और एकजुट हो गए हैं. इसके बाद कम और ज्यादा दूरी तक की सफर करने वाले यात्रियों के बीच हाहाकार मच गया है. इस हड़ताल की वजह से एक तरफ सब्जियों के दाम में तेजी आई है, तो दूसरी तरफ पेट्रोल पंप पर डीजल पेट्रोल भी नहीं मिल रहा है. सड़क दुर्घटनाओं में दोषी चालकों पर होने वाली कार्रवाई को लेकर नए संशोधन विधेयक के विरुद्ध ट्रांसपोर्ट सेवाएं पूरी तरह ठप कर दी गई है।
चालकों की हड़ताल से नहीं पहुंच रहा सब्जियां का ट्रक
बस और ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण बेतिया-गोरखपुर मुख्य मार्ग एनएच-727 पर यात्री मारे-मारे फिर रहे हैं. ऑटो चालकों ने भी इस हड़ताल का समर्थन कर दिया है. इस कारण कम या ज्यादा दूरी तक का सफर करने वाले यात्री हलकान हो रहे हैं. आलम यह है कि कई यात्री निजी वाहनों को मुंह मांगी दरों पर रिजर्व सेवा लेने को मजबूर हैं. आम लोगों का कहना है कि बाजार हाट में आने वाले सब्जियों के ट्रक नहीं पहुंच रहे हैं. इस कारण सब्जियों की कीमत में आग लग गई है।
पेट्रोल-डीजल की हुई किल्लत
वहीं चालकों के हड़ताल के कारण कई पेट्रोल पंप पर डीजल और पेट्रोल खत्म हो गए हैं. जिन पेट्रोल पंप पर डीजल पेट्रोल है भी तो नहीं होने का बहाना बना दिया जा रहा है. लिहाजा सड़क किनारे गैलन रखकर पेट्रोल डीजल बेचने वालों की चांदी आ गई है. नाराज हड़ताली चालकों का कहना है कि गरीबी और लाचारी में उनके ऊपर इस कानून के लागू होने से बर्बादी और भिखारी बनने जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. लिहाजा जब तक एमवी एक्ट संशोधन को वापस नहीं लिया जाता है, चालकों का विरोध जारी रहेगा।
गरीबों को परेशान करने वाला है कानून
हिट एंड रन कानून का विरोध कर रहे चालकों ने कहा कि नया कानून हम गरीब लोगों को परेशान करने वाला कानून है. हमलोग 200-400 रुपया रोज कमाने वाला आदमी हैं. किसी को धक्का लग जाएगा तो पांच-सात लाख रुपया जुर्माना देने के लिए कहां से लाएंगे. वहीं आम लोगों और यात्रियों ने कहा कि “चालकों की हड़ताल से सब्जी की कीमत बढ़ गई है. वहीं पेट्रोल डीजल भी पंप पर नहीं मिल रहा है. कहीं आने जाने में भी काफी समस्या हो रही है. इन सब कारणों से काफी परेशानी हो रही है.”