राम मंदिर के पुजारियों को 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी ट्रेनिंग के दौरान, ट्रस्ट सभी उम्मीदवारों को प्रति माह 2000 रुपये का वजीफा देगा और अयोध्या में उनके लिए भोजन और आवास की व्यवस्था भी करेगा.
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले भगवान रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं. वहीं दूसरी ओर राम मंदिर के पुजारियों को एक स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके बाद ही उन्हें पुजारी पद के लिए चुना जाएगा.
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा कि जो उम्मीदवार सफलतापूर्वक ट्रेनिंग पूरी करेंगे, उन्हें पुजारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा और छह महीने के प्रशिक्षण के बाद विभिन्न पदों पर तैनात किया जाएगा.
ट्रस्ट के मुताबिक, हिंदू धर्म के विभिन्न विषयों और धर्मशास्त्रों में विशेषज्ञता रखने वाले शिक्षक प्रशिक्षण देंगे. ट्रस्ट ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि रामलला की पूजा रामानंदी संप्रदाय के अनुसार की जाएगी, जिसके पहले आचार्य भगवान राम थे.
पिछले महीने, ट्रस्ट ने राम लला मंदिर के पुजारी पद के लिए 3,000 आवेदकों में से 200 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए चुना था.
ट्रस्ट के अनुसार, 200 उम्मीदवार अयोध्या के कारसेवकपुरम में साक्षात्कार प्रक्रिया से गुजरे. अयोध्या के दो महंत मिथिलेश नंदिनी शरण और सत्यनारायण दास के तीन सदस्यीय पैनल ने साक्षात्कार आयोजित किए थे.