प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के जमुई जिले पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर लोगों को तोहफा दिए। इन परियोजनाओं में सड़क, बिजली, जल आपूर्ति और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं।
पीएम मोदी भगवान बिरसा मुंडा की स्मृति में विशेष स्मारक सिक्के और डाक टिकट का भी अनावरण भी किया। उन्होंने समारोह स्थल पर लगे जनजातीय हाट का भी जायजा लिया। उन्होंने कई वस्तुओं के विषय मे जानकारी भी प्राप्त की। प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत निर्मित 11,000 आवासों के गृह प्रवेश में शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए पीएम-जनमन के तहत 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेगुआ) के तहत अतिरिक्त 30 एमएमयू का भी रिमोट के जरिए उद्घाटन कियाया। प्रधानमंत्री आदिवासी उद्यमिता को बढ़ावा देने और आजीविका सृजन में सहायता के लिए 300 वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) का उद्घाटन किया और आदिवासी छात्रों के लिए समर्पित लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत वाले 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की भी शुरुआत की।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने जनजातीय क्षेत्रों में संपर्क सुधारने के लिए 500 किलोमीटर नई सड़कों और पीएम जनमन के तहत सामुदायिक केंद्रों के रूप में कार्य करने वाले 100 बहुउद्देश्यीय केंद्रों (एमपीसी) की आधारशिला भी रखी। वह जनजातीय बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए 1,110 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 25 अतिरिक्त एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की भी आधारशिला रखी। इसके अलावा भी प्रधानमंत्री ने कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
समारोह में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।