कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले जनता के नाम एक पत्र लिखा है। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर पत्र को शेयर किया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा है कि वायनाड के मेरे प्यारे बहनों और भाइयों। मैं अपने भाई के साथ कुछ महीने पहले चूरामाला और मुंडक्कई गई थी। मैंने वहां भूस्खलन से हुई तबाही और आपके नुकसान को बहुत करीब से देखा। इस दौरान मैं उन बच्चों से मिली, जिन्होंने अपने सभी प्रियजनों को इस तबाही में खो दिया। माताएं अपने बच्चों और परिवारों के लिए दुखी थीं, जिनका पूरा जीवन प्रकृति के प्रकोप में बह गया था। फिर भी इस त्रासदी के बीच मुझे जो चीज दिखाई दी, वह था आपका असीम साहस और धैर्य।
उन्होंने आगे लिखा, “आप ताकत के साथ एकजुट हुए, जो मैंने पहले कभी नहीं देखी है। डॉक्टरों, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, नर्सों, गृहणियों, हर किसी ने एक-दूसरे की मदद की। किसी ने न तो कोई गुस्सा दिखाया और न ही किसी ने दूसरे पर दोष डाला। कोई भी लालच का सहारा नहीं ले रहा था।”
प्रियंका ने आगे कहा कि यहां तक कि एक भारी त्रासदी में असहाय होने के बावजूद भी आप एक दूसरे का सहयोग कर रहे थे और सांत्वना दे रहे थे। आपकी बहादुर भावना ने मुझे गहराई से छुआ। घर लौटते समय मुझे लगा कि संसद में आपका प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात होगी। आपसे सीखना, आपके जीवन और आपके सामने आने वाली चुनौतियों को समझना और इस साहसी समुदाय का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात होगी, जो एक-दूसरे का सम्मान करना और सबसे कठिन समय में भी मजबूती से खड़ा होना जानता है।
प्रियंका ने वायनाड की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपने मेरे भाई को अपना प्यार दिया है। जब उन्होंने मुझे वायनाड के लिए कांग्रेस उम्मीदवार बनने के लिए कहा तो उन्होंने अपने दिल में गर्व और दुख के साथ ऐसा किया। मैंने उनसे वादा किया कि यहां मेरा काम इस बंधन को और मजबूत करेगा और मैं आपके लिए लड़ने तथा संसद में जिस तरह से आप प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं, आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए हर संभव प्रयास करूंगी।
उन्होंने आगे कहा कि मैं आपके समर्थन के साथ हम सभी के भविष्य के लिए इस लड़ाई को आगे ले जाने के लिए उत्सुक हूं और अगर आप मुझे अपना सांसद बनाने का विकल्प चुनते हैं तो मैं आपकी आभारी रहूंगी।