स्वास्थ्य व कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य में पिछले 10 साल में दूध, अंडा, मांस व मछली का उत्पादन बढ़ा है। दूध में 160, अंडा में 207, मांस में 120 और मछली उत्पादन में 193 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इससे रोजगार के साथ ही लोगों की आय बढ़ी है।
शनिवार को वे ज्ञान भवन में तीन दिवसीय पॉल्ट्री व एक्वा एक्सपो के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2023-24 में राज्य में मछली उत्पादन 8.73 लाख टन हुआ। 2005 के पहले उत्पादन बहुत ही कम था। लोगों को ताजा मछली खाने मिल रही है। मछली खाने से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही बुद्धि भी बढ़ती है।
पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने कहा कि चौथे कृषि रोडमैप के तहत वर्ष 2023 से 28 तक पशु व मत्स्य संसाधन विकास के लिए 3 हजार करोड़ का प्रावधान है। राज्य में 207 हैचरी से जरूरत का 70 फीसदी मछली बीज उत्पादन हो रहा है। मछली उत्पादन में हम आत्मनिर्भर हो गए हैं। अब सालाना 38 हजार टन मछली दूसरे राज्यों को भेजी जा रही है। विभाग की प्रधान सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी ने कहा कि दूध, मांस, मछली और अंडा उत्पादन से 85 से 90 हजार करोड़ मिलता है। इसे बढ़ा कर सालाना 2 लाख करोड़ किया जा सकता है।
मौके पर मछली पालन योजना के लिए लाभार्थियों को चेक दिए गए। आइस कंटेनर युक्त 25 साइकिल भी लाभुकों को दी गई। मौके पर मत्स्य निदेशक अभिषेक कुमार, बीएयू के कुलपति डॉ. डीआर सिंह और संयुक्त मत्स्य निदेशक दिलीप कुमार सिंह मौजूद थे। राकेश कश्यप ने धन्यवाद ज्ञापन किया।