मोतिहारी । पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि देश के विकास में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। मौसम में बदलाव पर चर्चा करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दौर में कृषि विज्ञान केंद्र व कृषि विश्वविद्यालय की भूमिका बढ़ जाती है। कृषि की उन्नति के लिए आर्गेनिक व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना होगा। मौसम आधारित खेती अपनाकर ही कृषि उत्पादकता को बढ़ावा मिल सकता है।
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय विवि पूसा के तत्वावधान में पिपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय किसान उन्नति मेला के दूसरे दिन रविवार को पूर्व राष्ट्रपति ने कहा बिहार में 97 प्रतिशत किसान लघु और सीमांत हैं। इनके पास दो हेक्टेयर से कम जोत की जमीन है। ऐसी स्थिति में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सहकार को अपनाना होगा। सहकारिता ही किसानों की समृद्धि का एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कृषि के साथ पशुपालन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। करीब बीस मिनट के भाषण में उन्होंने कृषि के विकास और किसानों की समृद्धि पर जोर दिया। पूर्व राष्ट्रपति ने कृषि उत्पादकता पर जोर देते हुए कृषि के क्षेत्र में आ रही चुनौतियों के समाधान के लिए कृषि वैज्ञानिकों से नई तकनीक अपनाने पर बल दिया।
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