लोकसभा चुनाव से ठीक पहले EVM-VVPAT को लेकर उठ रहे सवालों के बीच इसे लेकर जन-जागरुकता अभियान तेज हो गया है। जो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित उन पांचों राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के लगभग सभी विधानसभाओं तक पहुंच गया है। इन पांचों राज्यों में कुछ दिन पहले ही चुनाव हुए हैं और उससे ठीक पहले वहां जागरुकता अभियान चल चुका है।
करीब 4250 मोबाइल वैन को मैदान में उतारा गया
इसके तहत 35सौ से ज्यादा प्रदर्शन केंद्र और करीब 4250 मोबाइल वैन को मैदान में उतारा गया है। इस दौरान लोगों को ईवीएम के इस्तेमाल और उसकी विश्वसनीयता से सभी को अवगत कराया जा रहा है।
EVM-VVPAT को लेकर फैलाई जाने वाली भ्रम होंगे दूर
चुनाव आयोग के मुताबिक प्रत्येक चुनाव के तीन महीने पहले सभी राज्यों को ईवीएम-वीवीपैट को लेकर अभियान चलाने के पहले से निर्देश है। ऐसे में राज्यों ने यह पहल शुरू की है। हालांकि, आयोग का मानना है कि इससे लोगों के बीच ईवीएम-वीवीपैट को लेकर फैलाई जाने वाली भ्रम दूर होंगे और उनका भरोसा इसे लेकर बढ़ेगा। यही वजह है कि लोगों को डेमो करने का भी मौका दिया जा रहा है। आयोग के मुताबिक फिलहाल अभियान देश के 613 जिलों की करीब 3464 विधानसभा में काफी सक्रिय तरीके से चल रहा है।