पंजाब के वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट को बताया निराशाजनक, बोले- राज्य और किसानों की हुई अनदेखी
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते दिन संसद में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट पेश किया। इस बार के आम बजट में उत्तर प्रदेश को सबसे ज्यादा बजट दिया गया है। वहीं पंजाब को 22 हजार करोड़ का बजट मिला है। हालांकि, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केंद्रीय बजट 2024-25 की काफी कड़ी अलोचना की है। पंजाब कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस बजट में महिलाओं, गरीबों और किसानों की परेशानियों की अनदेखी की गई है। इसके अलावा पंजाब के हितों की पूरी तरह अनदेखा किया गया है।
ਵਿੱਤ ਮੰਤਰੀ ਪੰਜਾਬ @HarpalCheemaMLA ਨੇ ਵਿੱਤੀ ਵਰ੍ਹੇ 2024-25 ਦੇ ਕੇਂਦਰੀ ਬਜਟ ਦੀ ਸਖ਼ਤ ਆਲੋਚਨਾ ਕਰਦਿਆਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਬਜਟ ਵਿੱਚ ਔਰਤਾਂ, ਗ਼ਰੀਬਾਂ ਅਤੇ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੇ ਮੁੱਦਿਆਂ ਨੂੰ ਅੱਖੋਂ-ਪਰੋਖੇ ਕਰਨ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਹਿੱਤਾਂ ਨੂੰ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਅਣਦੇਖਿਆ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ।
ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮੁਕਾਬਲੇ ਗੁਆਂਢੀ ਪਹਾੜੀ… pic.twitter.com/jlYv2hAmDu
— AAP Punjab (@AAPPunjab) July 23, 2024
आम बजट में किसानों की हुई अनदेखी
पंजाब वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने एक प्रेस रिलीज कर आम बजट 2024-25 की आलोचना की है। इसमें पंजाब मंत्री ने कहा कि इस बजट में उर्वरक सब्सिडी में कटौती की गई। इस भारी कटौती से न केवल देश के किसानों पर बोझ पड़ेगा, बल्कि पंजाब की अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जहां कृषि एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि इसके परिणाम बहुत ही खतरनाक होने वाले है। इसके अलावा, ये बजट किसानों को महत्वपूर्ण न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी देने में भी विफल रहा है। इससे उनकी अनिश्चितता पहले से ज्यादा बढ़ गई है।
पंजाब वित्त मंत्री ने बजट को बताया निराशाजनक
केंद्रीय बजट को लेकर निराशा व्यक्त करते हुए पंजाब के वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि यह बजट पंजाब के उन किसानों को कोई एडिशनल और टार्गेटेड स्पोर्ट प्रदान करने में फेल रहा है, जो वॉटर मैनेजमेंट, फसल विविधीकरण और स्थिरता जैसी स्पेसिफिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं। वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि, पंजाब में बाढ़ की आशंका के बावजूद, बजट में बाढ़ प्रबंधन और सिंचाई प्रोजेक्ट के लिए पर्याप्त और स्पेसिफिक फंड नही किए गए हैं।
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