पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने आज दोपहर में इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने इसके पीछे “व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं” की वजह बताई है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम लिखे इस्तीफे में लिखा है कि ”व्यक्तिगत कारणों और अन्य प्रतिबद्धता के कारण मैं पंजाब के गवर्नर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के तौर पर अपना इस्तीफा देता हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।”
अमित शाह से हुई थी मुलाकात
बता दें कि अभी कल ही बनवारीलाल पुरोहित ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी। पंजाब का राज्यपाल होने के साथ-साथ बनवारीलाल पुरोहित केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक भी रह चुके हैं। वहीं कल शुक्रवार को गृह मंत्री कार्यालय ने उनकी और अमित शाह के बीच हुई बैठक के बारे में जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री मंत्री अमित शाह और बनवारीलाल पुरोहित के बीच हुई यह बैठक चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत के बाद हुई थी। ऐसे में इस बैठक के कई कयास लगाए जा रहे थे।
आप से भी चल रही थी तकरार
हाल ही में चंडीगढ़ मेयर चुनाव में तीनों पदों पर बीजेपी का कब्जा बरकरार रखा है, जोकि कांग्रेस-आप गठबंधन के लिए बड़ा एक झटका है। आम आदमी पार्टी ने पीठासीन अधिकारी पर मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया था। इसके अलावा पंजाब की आप सरकार लगातार राज्यपाल पर निशाना साधती रही है। जनवरी महीने में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूछा था कि पारिवारिक विवाद मामले में दोषी ठहराए गए राज्य मंत्री अमन अरोड़ा को अभी तक मंत्री पद से क्यों नहीं हटाया गया और विधानसभा सदस्यता क्यों नहीं खत्म की गई। वहीं, बीजेपी और अकाली दल ने एक्शन की मांग की थी।