सावन का महीना चल रहा है और ऐसे में प्याज और लहसुन छोड़कर सात्विक भोजन करने की परंपरा रही है। पर कभी आपने सोचा है कि किसी भी पूजा में प्याज और लहसुन छोड़ने की सलाह क्यों दी जाती है। क्या होगा अगर आप 1 महीने तक प्याज लहसुन छोड़ देंगे। इस दौरान शरीर पर इसका क्या असर होता है और ये कैसे फायदेमंद हो सकता है? आइए, जानते हैं इन तमाम सवालों के बारे में विस्तार से।
प्याज और लहसुन खाना बंद करने से क्या होता है
1. क्या कहता है आयुर्वेद?
आयुर्वेद की मानें तो, प्याज और लहसुन न खाने से आपके शरीर को कई प्रकार से फायदे हो सकते हैं। दरअसल, प्याज और लहसुन दोनों ही तीखी गंध जैसी विशेषताओं के कारण ये राजसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं। राजसिक भोजन राजस गुण को जगाता है, जिससे मन में क्रोध, ईर्ष्या, घमंड, प्रचार की चाह, आत्मकेंद्रितता और सांसारिक सुखों की इच्छा बढ़ती है। इसके अलावा ये एलियम परिवार (Allium family) से संबंध रखता है और फेनोलिक फाइटोकेमिकल्स में बहुत समृद्ध हैं, जो शरीर में एंड्रोजेनिक, यानी यौन उत्तेजक पदार्थ के रूप में कार्य करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, इन दोनों यानी प्याज और लहसुन का उपयोग यौन शक्ति बढ़ाने और बांझपन को दूर करने के लिए किया जाता है। इन्हें खाने से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र सीधे उत्तेजित होता है।
2. साइंस के फैक्ट्स क्या हैं?
प्याज और लहसुन FODMAPs डाइट में आते हैं। ये शुगर और फाइबर जैसे कार्बोहाइड्रेट हैं, जो कुछ लोगों के लिए छोटी आंत द्वारा खराब रूप से अवशोषित होते हैं। अधिक मात्रा में इन्हें खाने से संवेदनशील जीआई ट्रैक्ट या इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और एसिड रिफ्लक्स जैसी स्थितियों का आप शिकार हो सकते हैं, जिसकी वजह से आपको गैस, सूजन, दस्त और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
1 महीने तक प्याज लहसुन छोड़ने के फायदे
1 महीने तक प्याज लहसुन छोड़ने से आपका शरीर डिटॉक्सिफिकेशन मोड में चला जाता है और फिर ये शरीर में जमा फैट और एनर्जी का ज्यादा इस्तेमाल करता है। ये एक प्रकार से शरीर के लिए स्क्रबिंग और क्लीनजिंग का काम करता है। इससे मोटापा, शुगर और पेट की समस्याएं कंट्रोल में रहती हैं। इसके अलावा ये आपकी सोच में भी बदलाव लाता है, आप शांत हो जाते हैं और आप बेहतर महसूस करते हैं।