बिहार में राष्ट्रगान को लेकर नया नया विवाद छिड़ गया है। विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाकर उनसे इस्तीफे की मांग कर रहा है। इस पूरे प्रकरण के बीच विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार को कानून समझाया है और उनके लिए तीन साल की सजा की मांग कर दी है।
दरअसल, पटना में एक कार्यक्रम के बीच राष्ट्रगान के दौरान सीएम नीतीश कुमार बगल में खड़े दीपक कुमार से बात करते नजर आए थे। विपक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का अपमान किया है। इसको लेकर दोनों ही सदनों में विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं। हंगामे के कारण विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही नहीं चल सकी। सदन के बाहर हंगाम कर रहे विपक्षी दल के विधायकों ने सीएम से इस्तीफे की मांग की है।
इस बीत विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने राष्ट्रगान के अपमान पर कानून समझाते हुए सीएम नीतीश कुमार के लिए तीन साल की सजा की मांग कर दी है। राबड़ी देवी ने कहा है कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान का अपमान किया है। इससे पूरे राष्ट्र का अपमान हुआ है। नीतीश कुमार को सदन में खड़े होकर माफी मांगनी चाहिए। राष्ट्रगान के दौरान अगर कोई मुख्यमंत्री इस तरह की हरकत करे तो इसे राष्ट्रगान का अपमान ही कहा जाएगा।
राबड़ी देवी यहीं नहीं रूकीं उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रगान जब बज रहा होता है तो आदमी हिलता नहीं है और सीधा खड़ा रहता है लेकिन मुख्यमंत्री कभी किसी को प्रणाम कर रहे हैं तो कभी हाथ हिला रहे हैं। कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह से करता है क्या। नीतीश कुमार को माफी मांगना चाहिए और नहीं तो इस्तीफा दे देना चाहिए। राष्ट्रगान का अपमान करने पर तीन साल का सजा होता है। नीतीश कुमार को भी तीन साल का सजा देना चाहिए। प्रधानमंत्री हों या मुख्यमंत्री कोई भी राष्ट्रगान का अपमान करे तो उसे तीन साल की सजा मिलनी चाहिए।