मुजफ्फरपुर के SKMCH में छात्र से रैगिंग, 60 से अधिक स्टूडेंट्स हुए सस्पेंड
उत्तर बिहार के सबसे बड़े मेडिकल संस्था श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल (एसकेएमसीएच) में छात्र से रैगिंग की गई. छात्र पारा मेडिकल की पढ़ाई करता है. उसने मामले की शिकायत कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आभा रानी सिन्हा से की. जिसके बाद प्राचार्य ने एक्शन लेते हुए पारा मेडिकल के 60 से अधिक छात्रों को निलंबित कर दिया है. सभी छात्र वर्ष 2022 बैच के हैं।
एसकेएमसीएच में छात्र से रैगिंग
वर्ष 2023 बैच के पारा मेडिकल के एक छात्र ने लिखित आवेदन देकर प्राचार्य से रैगिंग की शिकायत की थी. उसने बताया था कि सीनियर उसे परेशान करते हैं. छात्र का कहना था कि उसके सीनियर लैबोरेट्री में उसकी काफी रैगिंग लेते हैं. इस कारण वह ठीक तरीके से पढ़ नहीं पा रहा है. शिकायत के बाद प्राचार्य ने एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई. इसमें आरोपित विद्यार्थियों को भी बुलाया गया और रैगिंग करने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया।
विरोध में किया गया था प्रदर्शन
इससे पहले पारा मेडिकल के छात्रों ने प्राचार्य के कार्यालय के बाहर रैगिंग के विरोध में प्रदर्शन किया था. छात्र आरोपित विद्यार्थियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन के बाद छात्रों ने प्राचार्य को आवेदन भी दिया. इसके बाद प्राचार्य ने पीड़ित छात्र को बुलाया. छात्र से बातचीत करने के बाद आरोपित छात्रों को भी बुलाया गया. उन्हें फटकार लगाई गई।
कॉलेज में रैगिंग पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा रहा है. हमारी एंटी रैगिंग कमेटी ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई कर रही है. रैगिंग के किसी भी मामले को सहन नहीं किया जाएगा.”- प्रो. आभा रानी सिन्हा, प्राचार्य, एसकेएमसीएच
पहले भी आ चुका है रैगिंग का मामला
एसकेएमसीएच कॉलेज में इससे पहले भी एमबीबीएस के एक छात्र से रैगिंग का मामला सामने आया था. पीड़ित छात्र के बड़े भाई ने यूजीसी के एंटी रैगिंग सेल में शिकायत की थी. इसके बाद एंटी रैगिंग सेल से प्राचार्य को इस मामले में कार्रवाई का पत्र आया था. इस मामले में भी प्राचार्य ने एमबीबीएस के वर्ष 2022 बैच के सभी छात्रों को निलंबित कर दिया था।
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