राहुल अखिलेश संदेश रथ के माध्यम से बिहार कांग्रेसने लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. जमुई जिला कार्यालय में राहुल अखिलेश रथ लेकर पहुंचे कांग्रेस नेता अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि समाज के युवा अध्यक्ष शशिभूषण पांडेय ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रेसवार्ता की. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य गांव-गांव घूमकर राहुल गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के संदेश को लोगों तक पहुंचाना है।
कांग्रेस के साथ ब्रह्मर्षि समाज
शशिभूषण पांडेय ने कहा कि वह ब्रह्मर्षि समाज को बताना चाहते हैं कि आप जो तीन दशक से बिना मांगे भारतीय जनता पार्टी को वोट देते आ रहे हैं, आज इसके मूल्यांकन करने का समय आ गया है. भारतीय जनता पार्टी राजनीति सामाजिक हरेक दृष्टि से ब्रह्मर्षि समाज को हासिए पर रखा है. आज ये समाज अपने को ठगा महसूस कर रहा है. यही वजह है कि आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ये समाज कांग्रेस के साथ जाएगा, ऐसा मेरा विश्वास है।
“राहुल अखिलेश संदेश रथ के माध्यम से बताना चाहते हैं कि 90 के पहले ब्रह्मर्षि समाज का पूरा समर्थन कांग्रेस को ही जाता था. कांग्रेस पार्टी आजीवन श्रीबाबू को मुख्यमंत्री रखा. रामदयालु बाबू को विधानसभा अध्यक्ष रखा. एलपी शाही, शत्रुघ्न और रामाश्रय आदि कितने नाम हैं. ब्रह्मर्षि समाज को कांग्रेस पार्टी हमेशा सम्मान देती आ रहा है. इसी समाज से बिहार-झारखंड और यूपी में अध्यक्ष है”- शशिभूषण पांडेय, अध्यक्ष, भारतीय ब्रह्मर्षि समाज
राहुल अखिलेश संदेश रथ का उद्देश्य?
दरअसल, ‘कांग्रेस चली गांव की ओर’ नारे के साथ ‘राहुल अखिलेश संदेश रथ’ 4 जनवरी से जमुई जिले के कई ब्रह्मर्षि समाज बहुल गांवों में भ्रमण कर रहा है. इस रथ को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने 26 अक्टूबर को सदाकत आश्रम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. यह रथ 8 मार्च तक पूरे बिहार में भ्रमण करेगा. 8 मार्च को बक्सर जिले में हेमदापुर गांव में स्वामी सहजानन्द सरस्वती के जयंती पर उनकी मूर्ति अनावरण पर समापन होगा।