नए हिट एंड रन कानून को लेकर पूरे देशभर में बवाल मचा हुआ है। कई राज्यों में इस कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवरों और ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स ने चक्का जाम किया हुआ है। अब इस कानून को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र की आत्मा पर केंद्र लगातार प्रहार कर रहा है।
लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिट एंड रन कानून को लेकर चल रहे विरोध पर अपने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि बिना प्रभावित वर्ग से चर्चा और बिना विपक्ष से संवाद के कानून बनाने की ज़िद लोकतंत्र की आत्मा पर निरंतर प्रहार है। जब 150 से अधिक सांसद निलंबित थे, तब संसद में शहंशाह ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़, ड्राइवर्स के विरुद्ध एक ऐसा कानून बनाया जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं।
फरमान और न्याय के बीच केंद्र भूल चुकी है फर्क
उन्होंने आगे लिखा कि सीमित कमाई वाले इस मेहनती वर्ग को कठोर कानूनी भट्टी में झोंकना उनकी जीवनी को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। और साथ ही, इस कानून का दुरुपयोग संगठित भ्रष्टाचार के साथ ‘वसूली तंत्र’ को बढ़ावा दे सकता है। लोकतंत्र को चाबुक से चलाने वाली सरकार ‘शहंशाह के फरमान’ और ‘न्याय’ के बीच का फर्क भूल चुकी है।
कितनी सजा का प्रावधान
अगर किसी गाड़ी से किसी को टक्कर लग गई घायल की मदद करने के बजाय ड्राइवर गाड़ी को लेकर फरार हो जाता है तो ऐसे केस हिट एंड रन में गिने जाते हैं। नए कानून के मुताबकि अगर अब हिट एंड रन केस में लापरवाही के चलते किसी की मौत हो जाती है और ड्राइवर बिना पुलिस को बताए भाग जाता है तो उसको सजा हो सकती है। नए कानून के मुताबिक ड्राइवर को 10 साल तक की सजा और 7 लाख का रुपये का जर्माना लगाया जा सकता है। नए कानून में ड्राइवर की जमानत का कोई प्रावधान नहीं है।