ओडिशा कांड पर राहुल गांधी का सवाल, ‘आम नागरिक मदद की आस किससे लगाए?’

Rahul Gandhi

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में सेना अधिकारी की मंगेतर के साथ कथित रूप से बर्बरता और यौन हिंसा के मामले पर कांग्रेस सासंद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। राहुल गांधी ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पूरी तरह से बेकाबू और निरंकुश हो चुका है। यह घृणित घटना पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”ओडिशा में घटित भयंकर घटना ने देश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस से मदद मांगने गए एक सेना अधिकारी को बेरहमी से पीटा गया और उनकी मंगेतर को कस्टडी में उत्पीड़ित किया गया। यह घृणित घटना पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली है।”

उन्होंने आगे लिखा, ”भाजपा सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पूरी तरह से बेकाबू और निरंकुश हो चुका है। जब सरकारी तंत्र के ही भीतर अन्याय पनपता और शरण पाता है तो आम नागरिक सहायता की आस किससे लगाए? इस घटना के सभी दोषी सख्त से सख्त कानूनी सजा के पात्र हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर आज भारत की जनता, खासकर महिलाओं के समक्ष न्याय और सुरक्षा की मिसाल पेश करने की दरकार है।”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ओडिशा की घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, ”ओडिशा में पुलिस से मदद मांगने गए सेना के ऑफिसर की मंगेतर के साथ पुलिस ने जिस तरह बर्बरता और यौन हिंसा की, उससे पूरा देश स्तब्ध है। अयोध्या में गैंगरेप पीड़ित दलित लड़की के साथ पुलिस ने अन्यायपूर्ण बर्ताव किया और न्याय दिलाने की जगह उस पर ही दबाव बनाया, क्योंकि खबरों के अनुसार आरोपी भाजपा से जुड़े हैं। देशभर में भाजपा की सरकारें पुलिस को रक्षक से भक्षक बना देने की नीति पर काम कर रही हैं। भाजपा सरकारों में महिला अपराधों के प्रति पुलिस का आपराधिक रवैया दरअसल सत्ताधारियों का संरक्षण पाकर फलता-फूलता है। ऐसे हालात में देश की महिलाएं सुरक्षा और न्याय के लिए क्या करें, कहां जाएं?”

दूसरी तरफ, ओडिशा के पूर्व सीएम और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने एक्स पोस्ट में लिखा, ”भरतपुर के पुलिस थाने में सेना के एक मेजर और एक महिला के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह चौंकाने वाला और समझ से परे है। पुलिस ने कथित तौर पर उनके साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, उसने देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है। हमें उम्मीद है कि ओडिशा की भाजपा सरकार इस जघन्य कृत्य में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। इस गंभीर घटना की अदालत की निगरानी में एसआईटी जांच और न्यायिक जांच की मांग करता हूं।”

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