ऑनलाइन पोर्टल NewsClick पर ताबड़तोड़ एक्शन से हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार की सुबह न्यूजक्लिक से जुड़े 30 ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके तहत न्यूजक्लिक के कार्यालय के अलावा कुछ पत्रकारों के घर पर भी छापेमारी हुई है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने फंडिंग को लेकर फर्म के ठिकानों पर छापेमारी की थी। अब केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर स्पेशल सेल मीडिया फर्म पर छापेमारी कर रही है। स्पेशल सेल ने नया केस दर्ज किया है और यह ताजा छापेमारी इस केस की जांच के सिलसिले में हुई है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने NewsClick के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन से डंप डेटा बरामद किये हैं। पत्रकार अभिसार शर्मा और उर्मिलेश को लोधी रोड स्पेशल सेल के दफ्तर में लाया गया है। हालांकि, अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अभिसार शर्मा से नोएडा एक्सटेंशन में स्थित उनके घर पर पहले पूछताछ की गई थी और उसके बाद स्पेशल सेल की टीम उन्हें साथ लेकर गई है। स्पेशल सेल की टीम सुबह जब पत्रकार अभिसार शर्मा के घर पहुंची तब टीम ने पत्रकार का मोबाइल फोन औऱ लैपटॉप जब्त कर लिया।
दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 17 अगस्त को UAPA और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। इसी केस में अब छापेमारी की कार्रवाई हुई है। इस मामले में यूएपीए के अलावा आईपीसी की धारा 153 (दो ग्रुपों के बीच नफरत पैदा करना)और 120B (आपराधिक साजिश)के तहत केस दर्ज किया गया है। हिरासत में लिए जाने से पहले अभिसार शर्मा ने एक्स पर लिखा, ‘पुलिस मेरे घर पर आई और मेरा लैपटॉप और फोन ले लिया।’ एक अन्य पत्रकार भाषा सिंह ने भी ‘एक्स’ पर लिखा, ”अंतत: मेरे फोन से आखिरी ट्वीट। दिल्ली पुलिस मेरा फोन जब्त कर रही है।”
इधर छापेमारी को लेकर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने एक्स पर कहा, ‘Newsclick से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के घर पर हुई छापेमारी बेहद चिंतानजक है। हम लगातार इसपर नजर रख रहे हैं।’ प्रेस क्लब इंडिया ने अब तक पत्रकारों का समर्थन किया है और सरकार से मांग की है कि वो इस कार्रवाई को लेकर विस्तृत जानकारी सामने रखे। आपको याद दिला दें कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने अगस्त में न्यूजक्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से शहर पुलिस की उस याचिका पर उनका रुख पूछा था, जिसमें कथित रूप से गैरकानूनी विदेशी धन मिलने के मामले में उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण देने के पहले के आदेश को रद्द करने की अपील की गई थी।
यह वेबसाइट भारत में चीन समर्थक प्रचार के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविले रॉय सिंघम से कथित तौर पर धन प्राप्त करने को लेकर हाल में सुर्खियों में आई थी। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की जांच का हवाला देते हुए हाल में दावा किया था कि न्यूजक्लिक के धन के लेन-देन की जांच से ”भारत विरोधी एजेंडे” का पता चला है।