देश के ज्यादातर राज्यों में इन दिनों बारिश हो रही है। इसके चलते जहां आम जनजीवन अस्त-वयस्त है, वहीं ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला भी जारी है। उत्तर भारत में खराब मौसम के कारण दिल्ली-अंबाला मार्ग पर चलने वाली करीब 24 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसकी जानकारी उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने दी है।
रद्द करने की अवधि बढ़ाई जा सकती है
वहीं, तीन शताब्दी ट्रेनें- दो कालका-नई दिल्ली और एक चंडीगढ़-नई दिल्ली के साथ वंदे भारत ट्रेनें भी सोमवार के बाद आज मंगलवार के लिए कैंसिल कर दी गईं। भारी बारिश और पटरियों पर जलभराव के चलते ट्रेनें रद्द कर दी गईं। सूत्रों के मुताबिक, क्षतिग्रस्त पटरियों के रखरखाव के मद्देनजर ट्रेनों को रद्द करने की अवधि बढ़ाई जा सकती है। ये ट्रेनें भी दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए नहीं चलेंगी।
चंडीगढ़ से निकलने वाली ज्यादातर ट्रेनें कैंसिल
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ”अंबाला-चंडीगढ़-कालका सेक्शन पर चलने वाली करीब सभी ट्रेनें अगले 24 घंटों के लिए रद्द कर दी गईं। इन ट्रेनों में पैसेंजर ट्रेनें भी शामिल थीं। करीब 35 ट्रेनें हर दिन चंडीगढ़ से निकलती हैं और इनमें से ज्यादातर ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।” वंदे भारत और जन-शताब्दी रविवार से रद्द कर दी गई थीं। रेलवे ने अगले कुछ दिनों के लिए कालका-शिमला ट्रैक पर चलने वाली सभी टॉय ट्रेनों को भी रद्द कर दिया है।
कटरा रेलवे स्टेशन से जाने वाने वाली कई ट्रेनें रद्द
इसके अलावा श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन से जाने वाने वाली ज्यादातर रेलगाड़ियों को रेलवे विभाग की ओर से रद्द कर दिया गया है, जिसके चलते श्रद्धालु काफी परेशान नजर आ रहे हैं। कटरा से जाने वाली हेमकुंड एक्सप्रेस, श्री शक्ति, उत्तर संपर्क क्रांति, जम्मू मेल, मालवा एक्सप्रेस के साथ-साथ स्वराज एक्सप्रेस को आज मंगलवार को कटरा से जाने के लिए रद्द कर दिया गया है, तो वहीं कटरा में आने वाली ज्यादातर गाड़ियां रद्द बताई जा रही हैं।
मुरादाबाद से चलने वाली 32 ट्रेनें कैंसिल हुईं
वहीं, दिल्ली में पुराने यमुना पुल पर रेल यातायात आज सुबह 6:00 बजे से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा मुरादाबाद रेल मंडल में संचालित 32 ट्रेनों को निरस्त किया गया है। इसके अलावा 1 ट्रेन का रूट बदला गया है, जबकि 7 गाड़ियों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। प्रमुख स्टेशनों पर रिफंड के लिए अतिरिक्त काउंटर भी खोले गए।