बंगाल की खाड़ी में उठ रहे चक्रवात के कारण बिहार में पिछले 3 दिनों से बारिश हो रही है. शनिवार को भी मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है. शुक्रवार से अगले 48 घंटे तक रेड अलर्ट जारी किया गया है. दूसरी ओर जल संसाधन विभाग ने बाढ़ को लेकर 13 जिलों के डीएम को अलर्ट किया है. सारे अधिकारियों की छुट्टी रद्द करने का निर्देश दिया है।
बिहार में बारिश से बाढ़ की समस्याः मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना है. बिहार में बारिश को लेकर नदी का जलस्तर बढ़ रहा है तो वहीं नेपाल में भारी बारिश को लेकर बिहार में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गयी है।
बिहार में बाढ़ः जल संसाधान विभाग के अनुसार बिहार में 24 घंटे में बाढ़ का खतरा है. आपदा प्रबंधन विभाग ने 13 जिलों को अलर्ट मोड पर रखा है. इन जिलों के डीएम को पत्र लिखकर तैयारी का निर्देश दिया है. संभावित बाढ़ से निपटने के लिए कहा है. ऐसे में इन जिलों के जिला प्रशासन बाढ़ को लेकर पूरी तरह अलर्ट हो गए हैं।
12 जिला बाढ़ की चपेट मेंः बता दें कि बिहार के 12 जिलों की 376 पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात हैं. नीचले क्षेत्र में रहने वाले 13.56 लाख लोग इसकी चपेट में हैं. बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार शामिल है।
क्या है नदियों का हालः 36 घंटों के दौरान नेपाल से निकलने वाली गंडक, कोशी, महानंदा आदि नदियों में बाढ़ की संभावना है. प्रबंधन सुधार सहायक केंद्र पटना के अनुसार दिनांक 27-28 सितंबर की रात 12 बजे वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज से 6.00 लाख क्यूसेक व 28 सितंबर को दोपहर 12 बजे वीरपुर स्थित कोसी बराज से 6.81 लाख क्यूसेक पानी प्रवाहित होगा।