राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि वह सीएम पद छोड़ने के बारे में सोचते हैं, लेकिन ‘यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है।’ कांग्रेस नेता ने कहा, उन्हें यह बताने के लिए भी ”साहस” की जरूरत है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का पालन करेंगे।
सोनिया गांधी ने तीन बार मुख्यमंत्री बनाया
हाल के दिनों में यह दूसरी बार है जब गहलोत ने ‘मुझे नहीं छोड़ने’ वाला बयान दिया है। इससे पहले पिछले हफ्ते, उन्होंने यह टिप्पणी तब की जब एक महिला ने उनसे कहा कि वह उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना चाहती है। सीएम ने आगे कहा कि सोनिया गांधी ने उन्हें तीन बार मुख्यमंत्री बनाया है, जो छोटी बात नहीं है।
आलाकमान ने कुछ हफ्ते पहले पायलट और गहलोत के बीच समझौता कराया
चुनाव नजदीक आते ही पार्टी आलाकमान ने कुछ हफ्ते पहले पायलट और गहलोत के बीच समझौता करा दिया था। लेकिन जयपुर कार्यक्रम में अपने संबोधन में, गहलोत पार्टी के जीतने पर सीएम के रूप में एक और कार्यकाल की वकालत करते दिखे और 2030 में राज्य के लिए अपने “विज़न” को याद किया।
शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और सड़क के क्षेत्र में काम किया
सीएम ने कहा कि उनके काम के कारण एक नया, मजबूत राजस्थान उभरा है। वह बोले, “मैं 2030 के बारे में क्यों बात कर रहा हूं? मैंने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और सड़क के क्षेत्र में काम किया है तो मन में आता है कि क्यों न मैं आगे बढ़ूं?”
पार्टी के सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश करते नजर आए
साल 2018 में कांग्रेस के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से गहलोत का शीर्ष पद को लेकर अपने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से खींचतान चल रही है। इसी बीच गहलोत राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों से कुछ माह पहले खुद को अपनी पार्टी के सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश करते नजर आए।