राजस्थान में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन का रिवाज बरकरार रहा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया है। राजस्थान की 200 में से 199 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115 और कांग्रेस को 69 सीटें मिली हैं। इस बार भाजपा ने नया प्रयोग करते हुए 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था, जिनमें से 4 सांसद चुनाव जीत गए हैं, जबकि 3 हार गए हैं। इस बीच सांसद से विधायक बने राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने माफिया को बड़ी चुनौती दी है।
राजस्थान से नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक जनसभा में कहा कि जो माफिया की तरह कार्य करते हैं, उनको यह पता नहीं है कि मैं माफिया को नाश्ते में खाता हूं। यहां पर जितने माफिया हैं, वो कान खोलकर सुन लो, अगर रोक सकते हो तो रोक लो, नहीं तो नाश्ते में खाऊंगा इन माफिया को… नाश्ते में खाऊंगा माफिया को… ढूंढ-ढूंढ कर बाहर निकालूंगा, गड्ढे से खोदकर बाहर निकालूंगा… कानून की ताकत से इन माफिया को खत्म कर दूंगा… हिम्मत है तो रोक कर दिखा दो।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने झोटवाड़ा सीट पर दर्ज की जीत
जयपुर ग्रामीण से सांसद और भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने झोटवाड़ा सीट से बंपर वोटों से जीत हासिल की है। राठौड़ ने कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौधरी को 50 हजार से अधिक मतों से पराजित कर दिया है। विधानसभा चुनाव में उन्हें 147913 वोट और अभिषेक चौधरी को 97746 वोट मिले हैं।
जानें कौन हैं राज्यवर्धन राठौड़
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ राजनीति से पहले सेना में 23 सालों तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे राजनीति में साल 2013 में शामिल हुए थे। वे निशानेबाज में एथेंस ओलंपिक में रजत पदक भी जीत चुके हैं। उन्होंने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण से जीत हासिल की थी। उन्हें 2014 में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली थी। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने स्वतंत्र प्रभार के साथ युवा मामलों और खेल मंत्रालय के लिए कैबिनेट मंत्री का कार्यभार संभाला।