बिहार के पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे रामजतन सिन्हा और उनके पुत्र अमित सिन्हा को यहां बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने विधिवत दोबारा पार्टी की सदस्यता दिलाई।बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि रामजतन सिन्हा दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हो चुके थे। आज उनके पार्टी में विधिवत शामिल होने की केवल प्रक्रिया की जा रही है। सिन्हा ने कांग्रेस को बिहार में मजबूती दी है और यह उनकी घर वापसी है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सिन्हा लगातार गांधी, नेहरू की विचारधारा के प्रति समर्पित रहे हैं और प्रदेश की बेहतरी के लिए अपना सहयोग देते रहे हैं। पार्टी में उनके आने से कार्यकर्ताओं को बल मिलेगा, जिससे मगध क्षेत्र में पार्टी और मजबूत स्थिति में आएगी। रामजतन सिन्हा और उनके पुत्र अमित सिन्हा को उन्होंने सदस्यता पर्ची सौंपी।
रामजतन सिन्हा ने कहा, “मुझे वापस अपने घर में लौटने से बहुत प्रसन्नता हो रही है। जो कांग्रेस के विचारधारा से जुड़ जाता है उसे किसी अन्य विचारधारा के साथ जाना पसंद नहीं होता क्योंकि कांग्रेस सबको साथ लेकर चलती है और हमेशा से जनता के मुद्दों को उठाती रही है।”
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी निर्विवाद रूप से आने वाले समय में देश का नेतृत्व सम्भालेंगे। कांग्रेस पार्टी की स्वीकार्यता पूरे देश में बढ़ी है। राहुल गांधी की तरफ भी लोग उम्मीद से देखते हैं और उनके जैसा पढ़ा-लिखा नेतृत्व विदेशों से लेकर देश के अन्दर भी बौद्धिक माहौल बना सकता है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जनता के बीच रहना स्वीकार किया, जिसके कारण आज आम लोगों की आवाज बुलंद हो पा रही है। कांग्रेस में वापसी को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह की मेहनत को देखकर वह प्रभावित हैं और उनके हाथों को मजबूत करने के लिए उनके समक्ष पुन: पार्टी में शामिल हुए ताकि आगामी चुनावों में उनका साथ दे सकें।
पूर्व अध्यक्ष और विधान परिषद् में कांग्रेस के नेता डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि प्रो. रामजतन सिन्हा उनके गुरु रहे हैं। गुरु के लिए सबसे बड़ी बात होती है कि उनके शिष्य आगे बढें। उन्होंने कहा कि सिन्हा के आगमन से पार्टी मजबूत हुई है। वह हमेशा से जुझारू रहे हैं और जनहित के लिए संघर्षशील नेता के रूप में स्थापित रहे हैं।