बिहार पूर्वी चंपारण में बन रहा रामायण मंदिर, 33 फीट के शिवलिंग को किया जायेगा स्थापित

Ramayan Mandir

अयोध्या में राम मंदिर बनाने वाली कंपनी को बिहार के पूर्वी चंपारण में 140 एकड़ पर बनाए जा रहे विराट रामायण मंदिर के निर्माण की बड़ी जिम्मेदारी मिली है. पटना के महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मंदिर द्वारा पूर्वी चंपारण में विराट रामायण मंदिर का निर्माण किया जा रहा है इसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. अब टाटा कंसल्टिंग कंपनी अपने देखरेख में विराट रामायण मंदिर बनाएगी.

किशोर कुणाल ने बताया कि टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड कंपनी को विराट रामायण मंदिर के संपूर्ण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता और तकनीक के काम की जिम्मेदारी दी गई है. कंपनी को विराट रामायण मंदिर के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट यानी पीएमसी का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है.

उन्होंने बताया कि आज कंपनी के महाप्रबंधक के सौरभ मुल्ले के साथ महावीर मंदिर में विराट रामायण मंदिर की MoU साइन की गई है. अब विराट रामायण मंदिर के निर्माण की सारी जिम्मेदारी कंपनी की होगी. आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि इस कंपनी को मुख्य रूप से टेक्निकल काम दिया गया है जैसे लिफ्ट लगाना, काम की गुणवत्ता, संरक्षण और डिजाइन टाइमलाइन जैसे काम का पर्यवेक्षक यह कंपनी करेगी. मंदिर के निर्माण कार्य का लक्ष्य 2025 तक रखा गया है.

33 फीट ऊंचा बन रहा है शिवलिंग

पूर्वी चंपारण में अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम जानकी मार्ग पर 140 एकड़ के क्षेत्रफल में विराट रामायण मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. मुख्य मंदिर 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा और मंदिर की ऊंचाई 270 फीट होगी. मंदिर में 33 फीट ऊंचा और 33 फीट का गोलाकार शिवलिंग स्थापित किया जाएगा जो विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग होगा जिसमें सहस्त्र लिंगम के प्रमाण है.

शिवलिंग का वजन 200 मीट्रिक टन होगा. तमिलनाडु के महाबलीपुरम में ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की चट्टान से तराश कर विशाल शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा है. विराट रामायण मंदिर में कुल 22 देवालय होंगे, मंदिर में कुल 12 शिखर होंगे इसमे दूसरा बड़ा शिखर 198 फीट का है. इसके अलावा 180 फीट के चार, 135 फीट के एक और 108 फीट के चार शिखर होंगे. इसी साल 20 जून को विराट रामायण मंदिर की पाइलिंग का काम शुरू हुआ है.

महावीर मंदिर की ओर से शुरू की गई थी राम रसोई

आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि राम मंदिर को लेकर जब सुप्रीम कोर्ट की ओर से फैसला आया था, उसके कुछ महीने बाद के पास पटना के महावीर मंदिर की ओर से राम रसोई की शुरुवात हुई थी. पहले सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:30 तक राम रसोई खुला रहता था. एक टाइम लोग भोजन करते थे.

लेकिन अब मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होने जा रहा है इसको देखते हुए 15 जनवरी से राम रसोई सुबह 9:00 बजे से रात्रि 9:30 बजे तक चलेगा. जिसमें लोग दो टाइम भोजन कर सकेंगे. राम रसोई में पूरी तरह शुद्ध बिहारी भोजन की व्यवस्था रहती है. उन्होंने कहा कि राम रसोई से कोई भूखा नहीं जाएगा.

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.